पूर्णिया पुलिस की अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धि,अन्तर राज्जीय बैंक चोर गिरोह का पर्दाफास…

पूर्णिया जिला अंतर्गत दिनांक-29.04.2018 की रात्रि में मधुबनी टी०ओ०पी० अंतर्गत महिला महाविधालय में अवस्थित यूको बैंक शाखा में बैंक की खिड़की के रास्ते प्रवेश कर अज्ञात चोरो द्वारा बैंक लाँकर को काटकर रुपया एवं जेवर चोरी करने की घटना घटित हुई थी।घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान पूर्णिया श्री विशाल शर्मा द्वारा अपने निर्देशन में बिशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।साक्ष्य संकलन के क्रम में ज्ञात हुआ कि समान अपराध शैली (Mouds Operandi) की घटना वर्ष-2017 में झारखण्ड के बोकारो शहर के बैंक में घटित हुई थी।गठित पुलिस टीम के द्वारा
बोकारो पुलिस से सम्पर्क किया तथा वहा से जानकारी प्राप्त किया गया तथा टीम दवारा भेष-भूषा बदलकर साहेबगंज जिला के राजमहल, उधवा राधानगर एवं बड़हरबा थाना क्षेत्र में कैम्प कर बैंक चोर गिरोह के सदस्यों को चिन्हित किया गया तथा गिरोह के सदस्यों में से एक अपराधकर्मी 1.मो० कफील शेख पिता-जलालुद्दीन शेख साकिन-लखीपुर, थाना-राजमहल, जिला-साहेबगंज (झारखण्ड) को उधवा बाजार, राधानगर साहेबगंज से गिरफ्तार किया गया।इनके अपराध स्वीकारोक्ति ब्यान के आधार पर घटना में शामिल अन्य अपराधकर्मीयो में से 2.मो० तैमुर आलम पिता-मो० इसराइल साकिन-बाघमारा महराजपुर, थाना-मुफ्फसिल, जिला-पूर्णिया 3.मो० मिनातुल्लाह आलम पिता-अब्दुल मलिक साकिन-गोएस बाड़ी, थाना-कालियाचक, जिला-मालदा (पश्चिम बंगाल) 4.मो० सैफुउद्दीन पिता-मुनिरउद्दीन साकिन-अलताबपुर, थाना-करणदिग्ही, जिला-उत्तर दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) (डंगराहा पुल,थाना-बायसी,पूर्णिया से गिरफ्तार) एंव 5.विकाश पोद्दार पिता-बैधनाथ पोद्दार साकिन-खैरतल्ला, थाना-मानिक चौक, जिला-मालदा (पश्चिम बंगाल) को गिरफ्तार किया गया है।आपको बताते चले की इस घटना का मुख्य सूत्रधार पूर्णिया जिला निवासी मो० तैमुर आलम पिता-मो० इसराइल साकिन-बाघमारा महराजपुर, थाना-मुफ्फसिल, जिला-पूर्णिया है मो० तैमुर आलम के द्वारा ही बैंक चोर गिरोह को बुलाया गया था तथा बैंक की रैकी खुद एवं गिरोह के अन्य सदस्यों से बारी-बारी से कराया गया था।मो०
तैमुर आलम चोर गिरोह के सदस्यों को जीरो माइल पूर्णिया (दमका) में फेरी वालो के साथ ठहराया था।तथा घटना कारित करने हेतु लाये गए गैस सलेन्डर एवं आक्सीजन सलेन्डर को मकई खेत में छुपाया गया था।आपको मालूम हो की गिरफ्तार चोर गिरोह के सदस्यों के द्वारा बताया गया है की उक्त बैंक में पुन:अगले दिन रविवार को शेष बचे लाकर को काटने की योजना थी इसी उदेश्य से बैंक के अंदर ही गैस कटर आक्सीजन सलेन्डर अन्य समान को छोड़कर खिड़की को बंद कर दिया गया था।तथा दो चोर के द्वारा डाँलर हाउस चौक पर बैठकर बैंक की निगरानी की जा रही थी इसी बीच घटना की जानकारी सार्वजनिक हो जाने के कारण घटना के पास उपस्थित चोर गिरोह ने अपने योजना में परिवर्तन कर लिया आपको बताते चले की गिरफ्तार चोर गिरोह के द्वारा विभिन्न राज्यों में बैंक चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है जिनमे मुख्यतः महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश, झारखण्ड आदि राज्यों में बैंक चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है।आपको बताते चले की महिला कॉलेज स्थित यूको बैंक के 32 लॉकर से करोड़ों

के जेवरात और नकदी चोरी का एक महीने में पुलिस ने खुलासा कर लिया है।इसके लिए चार सब इंस्पेक्टर के साथ 12 पुलिसकर्मियों की टीम लगातार 10-12 दिनों तक झारखंड के साहेबगंज, बंगाल के मालदा और अन्य जगहों पर भेष बदलकर अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी रही।इसमें पूर्णिया की टीम भी थी।पांच अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।हालांकि,अब भी आठ की तलाश जारी है।इस चोरी में अंतरराज्यीय प्रोफेशनल्स बैंक चोर गिरोह का हाथ था।यह गिरोह महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश और झारखंड के बैंकों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे

चुके हैं।चोरी से पहले अपराधियों ने 14 दिनों तक बैंक के आसपास रेकी की थी उसके बाद घटना को अंजाम दिया था।दरअसल, चोर बैंक में लगातार छुट्टी का इंतजार कर रहे थे।अपराधियों के पास से 3.81 लाख कैश और 29 जेवर बरामद किए गए हैं।जेवरातों में सेाने की चूड़ी, अंगूठी, बाली, कंगन, पायल आदि शामिल हैं।अपराधियों के पास से लॉकर काटने वाला गैस कटर, एक छोटा गैस सिलेंडर, एक देशी कट्टा, एक जिन्दा गोली, 5 मोबाइल व घटना में उपयोग किए गए दो बाइक बरामद हुए हैं।प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी देते हुए एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि यूको बैंक चोरी मामले का पूरा उद्भेदन हो गया है।इस मामले में सभी 13 अपराधी चिन्हित कर लिए गए हैं।इसमें लोकल लाइनर मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के तैमूर आलम की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण थी।उसी ने बैंक की रेकी की थी और साहेबगंज के प्रोफेशनल्स बैंक चोर गिरोह को पूरा सपोर्ट किया था।उसके रहने, खाने-पीने की व्यवस्था से लेकर बैंक के आसपास की रेकी और चेारी करवाने में तैमूर ने अपराधियों को पूरी मदद की।एसपी ने बताया कि यह पुलिस टीम के जांबाज पुलिसकर्मियों के दिन-रात की मेहनत का परिणाम है।यह हमारी बड़ी

उपलब्धि है।इस टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को रिवार्ड दिलाने के लिए पुलिस मुख्यालय को अपनी अनुशंसा करूंगा।लोकल लाइनर तैमूर आलम का एक रिश्तेदार झारखंड के साहेबगंज में रहता है।उसने कहा कि पूर्णिया के एक बैंक में चोरी करनी है इसमें मदद करो, इतने पैसे मिलेंगे की जिंदगी भर कमाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।रिश्तेदार ने कहा-इसके लिए कुछ रुपए खर्च करने पड़ेंगे।हमारे साथियों के रहने, खाने-पीने की व्यवस्था करनी होगी।इसके बाद तैमूर अपने रिश्तेदार के बदमाश साथियों को लेकर बैंक के आस-पास रेकी करने लगा।लॉकर काटने के लिए औजार समेत आने-जाने के लिए गाड़ी की भी व्यवस्था करवाई।पूछताछ के दौरान पुलिस को तैमूर ने बताया कि बैंक में चोरी के बाद इस कांड का मास्टरमाइंड मो. सनाउल्लाह कुछ हजार रुपए और जेवर दिया बाकी सभी रुपए और जेवर लेकर चला गया।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह