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ठाकुरगंज : नशा मुक्त भारत अभियान एवं ग्रामीण स्तरीय बैठक कार्यक्रम का क्या गया आयोजन

नशा एक ऐसी आदत है, जो किसी इन्सान को पर जाये तो, उसे दीमक की तरह अंदर से खोखला बना देती है। उसे शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से बर्बाद कर देती है: कमांडेंट

किशनगंज, 15 जून (के.स.)। फरीद अहमद, गुरुवार को अनूप रोबा कच्छप, कार्यवाहक कमान्डेंट, 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के दिशा निर्देश पर वाहिनी की ‘ई’ समवाय कदुभीटा एवं ‘डी’ समवाय नावडूबा द्वारा क्रमशः सूरीवीटा एवं भैंसलोटी में “नशा मुक्त भारत” के अंतर्गत जागरूकता रैली एवं सेमीनार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत ग्राम सूरीवीटा और भैंसलोटी के स्थानीय लोगो को नशा मुक्त भारत के लिए जागरुक किया गया। साथ ही नशे से होने वाले नुकसान के बारे मे बताया गया, और लोगों से नशा न करने की अपील की गई। कार्यक्रम की शुरुआत में सहायक कमान्डेंट जगदीश राम भाट ने सभी उपस्थित लोगों को बताया कि, आज का युवा वर्ग नशे के प्रति कुछ ज्यादा आकर्षित हो चुका है, जिससे समाज बर्बादी की और जा रहा है और इसे हम सभी को आपस में मिलकर संयुक्त रूप से रोकना होगा। नशा कई तरह का होता है, जिसमें शराब, सिगरेट, अफीम, गांजा, हेरोइन, कोकीन, चरस मुख्य है। नशा एक ऐसी आदत है, जो किसी इन्सान को पर जाये तो, उसे दीमक की तरह अंदर से खोखला बना देती है। उसे शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से बर्बाद कर देती है। जहरीले और नशीले पदार्थ का सेवन इन्सान को बर्बादी की ओर ले जाता है। आजकल नशा के आदी छोटे बच्चे भी हो रहे है, युवाओं के साथ साथ बड़े बुजुर्ग भी इसकी गिरफ्त में है, लेकिन सबसे अधिक ये युवा पीढ़ी को प्रभावित कर रहा है। युवा पीढ़ी के अंदर सिर्फ लड़के ही नहीं, लड़कियां भी आती है। नशा करने वाला व्यक्ति घर, देश, समाज के लिए बोझ बन जाता है जिसे हर कोई हेय दृष्टि से देखता है। इसलिए सभी लोग नशा करने से बचें और औरों को भी बचाएं, तभी देश की उन्नति हो सकती है।

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