*बिहार के 3500 से अधिक पुलों का बनेगा हेल्थ कार्ड, अंतिम चरण में बिहार ब्रिज मेंटेनेंस पॉलिसी, जल्द कैबिनेट भेजने के लिए दिया गया निर्देश: माननीय मंत्री नितिन नवीन*

मुकेश कुमार/बिहार सरकार में माननीय पथ निर्माण मंत्री श्री नितिन नवीन जी की अध्यक्षता में बुधवार को ब्रिज मेंटेनेंस पॉलिसी 2025 की बैठक की गयी। इस दौरान विभागीय एसीएस श्री मिहिर सिंह जी, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष शीर्षित कपिल जी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, बैठक के दौरान माननीय मंत्री जी ने बताया कि पुलों के रख-रखाव की नीति अपने अंतिम चरण में है। माननीय मंत्री द्वारा नए पॉलिसी से संबंधित शेष कार्यों को जल्द पूरा करते हुए इसे जल्द कैबिनेट में भेजने का निर्देश दे दिया गया है। इस पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य ससमय पुलों का रखरखाव और मजबूतीकरण पर ध्यान देना है। इसके लिए हर महीने पुलों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की योजना प्रस्तावित है।
वहीं, माननीय मंत्री जी ने कहा कि बिहार में करीब 3500 से अधिक छोटे-बड़े पुल है। हमलोग जल्द इन पुलों का हेल्थ कार्ड बनाएंगे, जिसकी मदद से ब्रिज की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी मिलती रहेगी। इस कार्ड के जरिये पुलों पर होने वाले गड्ढे, जलजमाव, क्रैक समेत सभी त्रुटियों का ससमय पता लग पायेगा। जिसके बाद संबंधित इंजीनियरों को इनकी मरम्मत के लिए जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इस पॉलिसी को मंजूरी मिलने के बाद डिपार्टमेंट के इंजीनियरों की ट्रेनिंग होगी, ताकि नीति का कुशलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा सके। माननीय मंत्री जी ने आगे कहा कि हमलोग इस पॉलिसी को बनाने में आईआईटी दिल्ली, आईआईटी रूरकी, आईआईटी मद्रास और आईआईटी पटना से भी मदद ले रहे है।
उन्होंने कहा कि साल 2022 से हमारा प्रयास रहा है कि इस पॉलिसी को लागू किया जाए। जिस प्रकार से OPRMC के तहत सड़क मेंटेन करने में बिहार अपना अलग स्थान रखता है, उसी प्रकार आने वाले दिनों में इस पॉलिसी के माध्यम से पुलों की रियल टाईम मॉनिटरिंग एवं उसका रखरखाव किया जा सकेगा। इस पॉलिसी की मदद से पुलों का जीवन अवधि में भी बढ़ोतरी होगी। साथ ही जनता को भी सुगम यात्रा करने में सहूलियत होगी। वहीं, बैठक में मंत्री जी ने जोर देते हुए कहा कि हमलोग पुलों पर भारी वाहनों के ठेहराव पर प्रतिबंध लगाने को लेकर बेहद सख्त है। इसे सभी संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्देश दे दिया गया है। माननीय मंत्री जी ने कहा कि बिहार में बन रहे सड़कों-पुलों के निर्माण से राज्य को देशभर में एक नई पहचान बन रही है। NDA सरकार प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
विविध हो कि पथ निर्माण विभाग के पथों पर निर्मित पुलों के निरूपित life span में पूर्ण उपयोगिता हेतु स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट कराया जा रहा है। स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट के द्वारा विभिन्न पुलों के त्रुटियों की पहचान कर उनकी मरम्मत्ति का कार्य कराया जाएगा एवं इन सभी पुलों का रखरखाव नियमित रूप से मेंटेनेन्स पॉलिसी के तहत कराया जाएगा।
पहले चरण में 250 मीटर से अधिक लम्बाई के 85 पुलों का 3 पार्टी स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट IIT Patna एवं IIT Delhi द्वारा नामांकन के आधार पर कराया जाना प्रस्तावित है। इसके अन्तर्गत Bridge Data का संग्रह Visual Inspection, Sensor एवं Drone Camera जैसे विभिन्न Imaging Tools के माध्यम से किया जाएगा। वहीं, विभिन्न मापदंडों के लिए पुलों के महत्वपूर्ण स्थानों की पहचान कर NDT परीक्षण एवं पुलों पर भार परीक्षण (Load Test) किया जाएगा।
प्रस्तावित नीति के अंतर्गत प्रत्येक पुल की Rating और स्थिति का आकलन कर Bridge Health Index (BHI) एवं Maintenance Priority Index (MPI) का मूल्यांकन किया जाएगा एवं तदनुसार Bridge Health Card तैयार किया जाएगा। स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट कार्य का क्रियान्वयन बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के द्वारा किया जाएगा। तत्पश्चात् Bridge Maintenance के अन्तर्गत Retrofitting एवं Rehabilitation का कार्य अन्य संवेदक के माध्यम से कराया जाएगा।