किशनगंज : सदर अस्पताल में social distancing की अनदेखी खुलेआम, लाइन में कौन पॉजिटिव है और कौन नेगेटिव, इसके बावजूद अस्पताल की ओर से कोई लाइन मैनेजमेंट नहीं:-राकेेेश मिश्रा (अधिवक्ता)

All friends, wellwishers and Specially resident of Kishanganj.
किशनगंज सदर अस्पताल की तस्वीर आप देख सकते हैं कि किस तरह लोग सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ा रहे हैं।किशनगंज सदर अस्पताल के मुख्य द्वार के पास कोविड-19 के लिए चेकअप कराने के लिए लोग पर्ची कटाने के लिए लोग खड़े हैं।क्या हो गया है व्यवस्था को इस पर कोई किसी का ध्यान नहीं जा रहा है ?
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, हमारे किशनगंज में कोरोना विस्फोट हो चुका है, और प्रशाशन बार बार जनता को इसके लिए दोषी मानकर alert जारी करती है, जुर्माना लगाती है।ये सही भी है।परन्तु, किशनगंज सदर अस्पताल पर कब कोई दिशा निर्देश आएगा ? किशनगंज सदर अस्पताल पर कब जुर्माना लगेगा ? किशनगंज सदर अस्पताल में कोरोना testing की प्रक्रिया हद से ज्यादा slow है।सुबह 8 बजे से लोग line लगाकर reception पर पुर्जा कटाते हैं।उस line में कौन positive है और कौन negative, ये कोई नही जानता है।इसके बावजूद अस्पताल की ओर से कोई line management नहीं है।पुर्जा कटने के बाद 2 बजे तक लोग hospital में ही इधर उधर बिना social distancing के घूमते रहते हैं।इस बीच में किसी serious patient को भी entertain नहीं किया जाता है।पूछने पर बताया जाता है कि 2 बजे साहब आएंगे, फिर आपकी जाँच शुरू होगी।2 बजे साहब आते हैं, और PPE Kit सिर्फ एक व्यक्ति पहनते हैं और सभी व्यक्ति की जाँच आरम्भ होती है।इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि सभी व्यक्तियों को Open Place में ही एक ही gloves पहनकर जाँच होती है।बीच में कभी भी ग्लव्स को sanitize तक नहीं किया जाता है।ऐसी परिस्थिति में, अगर किसी positive व्यक्ति की जाँच का swab दूसरे किसी negative व्यक्ति या जाँच कर रहे technician के हाथ पर आ जाता है, तो वहाँ उपस्थित सभी लोगों की जान खतरे में आ जाती है।परंतु किशनगंज सदर अस्पताल में इन सभी चीजों की अनदेखी खुलेआम की जा रही है।इसके बाद बारी आती है reports की-Negative व्यक्ति की रिपोर्ट किसी भी व्यक्ति को नहीं दी जा रही है।सिर्फ किसी किसी व्यक्ति को एक msg आ जाता है कि आपकी report नेगेटिव है।Positive व्यक्ति को एक फ़ोन आता है, और mahesh bathna में admit होने के लिए कहा जाता है।यदि वो व्यक्ति agree करता है, तो एक ambulance आकर उनको लेकर चली जाती है।परंतु अगर वह व्यक्ति Home Isolation की बात करता है, तो उसके यहाँ किसी Doctor की बात तो छोड़िये, एक compounder तक नहीं जाता है।Patient को कहा जाता है कि hospital आकर अपना undertaking submit कीजिये।ऐसी परिस्थिति में एक Corona Positive व्यक्ति पूरे बाजार होते हुए hospital आकर रिपोर्ट submit करेगा तो क्या वो Community Spread का भागीदारी नहीं होगा ? Corona Positive व्यक्ति के बार बार request करने पर भी ना ही उसे उसकी कोई Report दी जाती है और ना ही उसे किसी प्रकार का कोई Schedule या medical treatment हेतु कुछ भी बताया जाता है।जो भी serious patient होते हैं, उनकी भी कोई देख रेख की व्यवस्था किशनगंज सदर अस्पताल में नहीं की जाती है।ऐसी परिस्थिति में Corona के Community Spread के लिए कौन जिम्मेवार है ? Hospital या Public ? Public से तो मास्क न पहनने के कारण आप जुर्माना भी वसूल रहे हैं और अपनी कोठी भर रहे हैं।परन्तु ऐसे ऐसे हजारो विसंगतियां के कारण किशनगंज सदर अस्पताल अथवा पूरे भारत में हजारों Hospitals Corona के Community Spread के जिम्मेवार हैं।यदि प्रशाशन के द्वारा अब भी नहीं चेता गया, यदि अब भी नहीं इन hospitals के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की गई तो भारत से कभी भी कोरोना समाप्त नहीं होगा।
Adv Rakesh Kumar Mishra
Kishanganj.