मुंगेर निवासी महिला सिपाही गुंजन को पति ने की बेरहमी से पिटाई,सिर मे लगी गंभीर चोट,हालत गंभीर, बेहतर इलाज के लिए सिलीगुड़ी रेफर…

किशनगंज जिला पुलिस बल में तैनात मुंगेर निवासी गुंजन कुमारी के साथ उसके पति मुन्ना कुमार ने मारपीट की है।मामला पारिवारिक विवाद का बताया जा रहा है।मंगलवार सुबह को घटित इस घटना में सिपाही गुंजन कुमारी के सिर में गंभीर चोटें आई हैं।जिसे बेहतर इलाज के लिए सिलीगुड़ी रेफर कर दिया गया है।वहीं पत्नी की हालत बिगड़ती देख भागलपुर निवासी मुन्ना कुमार ने अपनी गर्दन ब्लेड से काटकर आत्महत्या का प्रयास किया।टाउन थाना पुलिस ने उसे जख्मी हालत में एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है।जहां पुलिस अभिरक्षा में उसका इलाज चल रहा है।दोनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।वहीं इस पूरे मामले को लेकर पुलिस पारिवारिक विवाद बता रही है।जानकारी के अनुसार गुंजन की शादी ढ़ाई वर्ष पूर्व
मुन्ना के साथ हुई थी।इस बीच गुंजन की नौकरी बिहार पुलिस में सिपाही के पद पर हो गई।जबकि मुन्ना अभी भी बेरोजगार है।भागलपुर में ट्रेनिग पूरी करने के बाद गुंजन ने 72 अन्य महिला सिपाहियों के साथ हाल ही में किशनगंज जिले में योगदान दिया था।डुमरिया गर्ल्स हाई स्कूल में बने अस्थायी बैरक में रह रही गुंजन मंगलवार की सुबह स्कूल के बरामदे में बैठकर मोबाइल का हेडफोन कान में लगाकर बातें कर रही थी।इसी दौरान अचानक मुन्ना आ
गया और बेरहमी से गुंजन की पिटाई करने लगा।जिससे गुंजन के सिर मे गंभीर चोट लग गई और वह बेहोश होकर गिर पड़ी।साथी महिला सिपाहियों ने फौरन टाउन थाना पुलिस को घटना की जानकारी दे दी।मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया।जहां प्राथमिक उपचार के बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया,लेकिन इलाज के दौरान गुंजन की हालत बिगड़ जाने के बाद उसे सिलीगुड़ी रेफर कर दिया गया।इस बीच गुंजन की तलाश करते हुए मुन्ना भी
टाउन थाना पहुंच गया।जहां गुंजन की स्थिति की जानकारी मिलने के बाद उसने आत्महत्या करने की नीयत से अपने गले में ब्लेड से वार कर खुद को घायल कर लिया।टाउन थाना में घटित घटना के बाद पुलिस कर्मियों के बीच अफरातफरी का माहौल व्याप्त हो गया।पुलिस ने उसे फौरन इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया।जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे एमजीएम मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।इस बीच घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस कप्तान कुमार आशीष भी एमजीएम कॉलेज पहुंच गए और घायलों की स्थिति की जानकारी ली।उन्होंने महिला सिपाही के इलाज के लिए पांच हजार रुपये देते हुए इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही ना बरते जाने का निर्देश दिया।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह