अपराधमुक्त बिहार बनाना पहला लक्ष्य-डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय

डीजीपी ने अधिकारियों को दी खुली छूट, अब अपराधियों को खदेड़गी पुलिस।जनता का सहयोग रहा तो अपराधियों को चूहे के बिल से निकाल लेंगे।
स्थानीय युवा साहित्यकार की पुस्तक मांडवी का विमोचन करने रोसड़ा पहुंचे डीजीपी।रामेश्वर लक्ष्मी महतो शिक्षक ट्रेनिंग कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने साहित्यकारों से अपील की कि समाज को बनाने में साहित्यकारों का बहुत बड़ा योगदान होता है।उन्होंने कहा कि लोगों के चेतना के स्तर में काफी गिरावट आई है।जिसके चलते आदमी व्यक्तिगत लाभ के लोभ में पड़ जाता हूं।इसके परिणाम स्वरूप गलत कार्यो में लिप्त हो जाते है।उन्होंने कहा कि साहित्यकार अपनी कलम से लोगों की चेतना को अव्वल कर सकते हैं।जिससे हमारा समाज स्वच्छ व सुंदर बन सकता है।इसके पूर्व उन्होंने स्थानीय युवा साहित्यकार सौरभ वाचस्पति की पुस्तक मांडवी का विमोचन किया।वहीं दूसरी ओर बिहार के पुलिसिंग व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि हमारा पहला लक्ष बिहार को अपराध मुक्त बनाना है।इसके लिए सबो की सहयोग की जरूरत है।हम वादा करते हैं कि आपकी आकांक्षाओं पर सौ फ़ीसदी खड़ा उतरूंगा।यह मेरा वादा है।उन्होंने कहा कि गलत करने वाले किसी भी सूरत में बक्शे नहीं जाएंगे।अपराधी चूहे के बिल में भी अगर छिपे होंगे तो भी उन्हें निकाल लिया जाएगा।कार्यक्रम के पश्चात डीजीपी ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कार्यालय में समीक्षात्मक बैठक की।बैठक के पश्चात पत्रकारों को डीजीपी ने बताया कि यहां की पुलिसिंग व्यवस्था संतोषजनक है।एसपी हरप्रीत कौर के बारे में उन्होंने कहा कि एसपी एक अच्छी पुलिस पदाधिकारी है।इनके कार्य प्रणाली से हम संतुष्ट है।
रिपोर्ट-शिव ओझा