स्थानीय सांसद सह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार को कटिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की खाश्ता हालत के बारे में पत्र लिखा है। पत्र में कई बिंदुओं पर जिक्र किया है। तेजप्रताप यादव को लिखे पत्र में कहा है कि जिले में स्वास्थ्य विभाग की कुव्यवस्था सुर्खियां बनी रहती हैं। इसका विपरीत असर सरकार के सकारात्मक प्रयास पर पड़ रहा है जो खेद का विषय है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि 15 जून 2009 को कटिहार सदर अस्पताल को उत्क्रमित करते हुए 300 शैय्यावाली अस्पताल बनाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अब तक उस पर अमल नहीं हुआ है। पूर्व में जिला स्वास्थ्य समिति कटिहार को इसकी प्रशासकीय इकाई की बैठक निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ आहूत करने की भी सलाह दी थी, जिस पर सभी सदस्य और निर्वाचित प्रतिनिधिगण स्वास्थ्य व्यवस्था की मूल संरचना पर रचनात्मक विचार करते। लेकिन आज तक इस बारे में कोई संज्ञान नहीं लिया गया। वहीं दूसरी ओर जिले का आईसीयू वार्ड पहले से ही निर्मित है। सभी आवश्यक उपकरण भी उपलब्ध है। चिकित्सा पदाधिकारी परीचारिकाओं का आईसीयू का पटना भेजकर प्रशिक्षण और उन्मुखीकरण प्रशिक्षण दिलाया जा चुका है, दो महिला चिकित्सा पदाधिकरियों की पदस्थापना भी की गई थी। लेकिन इनसे अन्यत्र कार्य लिया जा रहा है। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा है कि अध्यक्ष महोदय से निवेदन किया था कि जिला स्वास्थ्य समिति में पूर्व सैनिक, बुजुर्गों या फिर उच्च पदधारकों को लिया जाए। साथ ही इससे उनके अनुभवों का स्वास्थ्य सेवा में भी लाभ लिया जाए। व्यावस्था नहीं सुधरने से लोगों को भारी परेशानी होती है। गरीब लोग इलाज के लिए बाहर नहीं जा पाते हैं। अगर व्यवस्था सही हो वे यहीं पर ठीक से इलाज करा सकेंगे।
रिपोर्ट:-धर्मेन्द्र सिंह