*जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारियों द्वारा “संगम” सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन।..*

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/पटना। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के विभागीय प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सभी जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारियों द्वारा “संगम” नामक एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
“संगम” का उद्देश्य था — “कला का, संस्कृति का, साथियों का, स्मृतियों का, संस्कारों का, सहयोग और समर्पण का संगम”, जिसे मंच पर प्रस्तुत विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों ने बख़ूबी दर्शाया।
कार्यक्रम का संचालन श्री कीर्ति आलोक (जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, पटना ) और श्री अंकित रंजन (जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, भागलपुर) द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सांस्कृतिक कार्य निदेशालय की निदेशक श्रीमती रूबी, बिहार संगीत नाटक अकादमी के सचिव श्री अनिल कुमार सिन्हा और विभाग के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार सिंह द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
इसके बाद कार्यक्रम में एक से बढ़ एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुईं।
शिव स्तुति पर शास्त्रीय नृत्य सुश्री शालिनी प्रकाश (जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, नालंदा) ने प्रस्तुत किया।
इसके बाद श्रीमती सुनैना कुमारी (जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, अरवल) ने लोकगीत की प्रस्तुती दी।
श्री नीतीश कुमार (जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, मधुबनी)ने काव्य पाठ कर के सभागार में खूब तालियां बटोरी।
श्री घनश्याम कुमार (जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, खगड़िया) ने सुगम संगीत प्रस्तुत किया।
शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति सुश्री ऋचा वर्मा (जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, सीवान) द्वारा हुई जिसकी सबने खूब तारीफ़ की।
कार्यक्रम में श्रीमती रुबी, निदेशक, सांस्कृतिक कार्य, ने अपने प्रेरणादायी वक्तव्यों के माध्यम से युवा पदाधिकारी को भविष्य में विभाग और प्रदेश के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आप लोगों की प्रतिभा देखकर मुझे यकीन है कि आप लोगों के द्वारा सकारात्मक बदलाव भविष्य में देखने को मिलेगा।
कार्यक्रम का समापन श्री पंकज कुमार (जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, सासाराम) द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। तत्पश्चात सभी उपस्थितजन राष्ट्रगान के साथ इस रंगारंग संध्या को विदा दी।