राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को मेघालय के राज्यपाल वी.षणमुगनाथन का इस्तीफा मंजूर कर लिया।अनुचित व्यवहार’के आरोप के बाद उन्होंने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल का भी अतिरिक्त प्रभार संभालने वाले षणमुगनाथन ने अपने खिलाफ लगे आरोपों की स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने’के लिए इस्तीफा दिया।शिलांग स्थित राजभवन के कर्मचारियों ने बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय तथा राष्ट्रपति भवन को पांच पन्नों का एक पत्र भेजा,जिनमें लगभग 100 कर्मचारियों के हस्ताक्षर थे।पत्र में राज्यपाल को पद से हटाने की मांग की गई थी।पत्र में आरोप लगाया गया था कि राज्यपाल ने‘राजभवन को यंग लेडीज क्लब में तब्दील’कर दिया है।राष्ट्रपति भवन के एक बयान के मुताबिक,असम के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित मेघालय के अंतरिम राज्यपाल होंगे,जबकि नागालैंड के राज्यपाल पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य को अरुणाचल प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि जब से षणमुगनाथन ने पदभार संभाला,तब से ही वे अपमान,मानसिक प्रताड़ना और तनाव का सामना कर रहे थे।राजभवन के कर्मचारियों द्वारा यह पत्र एक अंग्रेजी समाचार पत्र की उस रिपोर्ट के बाद सामने आया है,जिसमें एक महिला ने राज्यपाल पर‘उसे बाहों में लेने तथा चूमने’का आरोप लगाया था।आरोप लगाने वाली महिला का चयन राजभवन में जनसंपर्क अधिकारी के पद पर नियुक्ति को लेकर साक्षात्कार के लिए हुआ था।इसके अलावा छह अन्य उम्मीदवारों का भी चयन हुआ था।