मकर संक्रांति की शाम पटना में गंगा नदी में डूबी नाव,24 की मौत 25 लापता…
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05:40 बजे शनिवार शाम गंगा सबलपुर दियारा से नाव खुली।
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नाव पर लगभग 70 लोग सवार थे।
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05:45 बजे नाव के करीब 25 मीटर दूर पहुंची।नाव डगमगाने लगी।नाववाले ने संभालने की कोशिश में लगा।
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05:45 बजे अचानक नाव का मोटर बंद हो गया।नाव डूब गई।कुछ लोग तैरकर बाहर निकले।
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6:15 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू ।
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06:39 में डीएम और एसपी एनआईटी घाट पर पहुंचे।
गंगा नदी में डूबी नाव,21 की मौत 25 लापता पटना……मकर संक्रांति पर पटना के गंगा दियारा से पतंगोत्सव से लौट रही एक नाव गंगा में समा गई।इसमें सवार 21 लोगों की मौत हो गई।19 लोग तैरकर बाहर आ गए। छह लोगों का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है।नाव पर सवार करीब 27 लोग अभी भी लापता हैं।शाम करीब पौने छह बजे प्राइवेट नाव सबलपुर दियारा से एनआईटी घाट के लिए खुली।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इसमें करीब 70 लोग सवार थे।नाव करीब 15 से 20 मीटर ही आगे बढ़ी थी कि मोटर बंद हो गया और नाव अचानक डूबने लगी।अफरातफरी में कई लोग नाव से कूदे।तब तक नाव पूरी तरह बैठ गई।19 लोग तैरकर बाहर निकले।इन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।शाम आठ बजे तक गंगा नदी से 15 शव निकाले जा चुके थे।बाकी करीब 30 लोगों की तलाश में एनडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगी हुई थीं।
अंधेरे से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी मालुम हो की घटनास्थल दियारा में होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी हो रही है।अंधेरा होने के कारण लोगों को ढूढ़ने में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को दिक्कत हो रही है।पटना डीएम,सिटी एसपी और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।हालांकि अब तक कई लोग लापता हैं।क्षमता से ज्यादा लोग थे सवार बताते चले की प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो नाव पर क्षमता से ज्यादा लोगों के सवार होने के कारण यह हादसा हुआ।नाव जैसे ही किनारे से 15 मीटर आगे बढ़ी ज्यादा वजन होने के कारण गंगा की धारा में बैठ गई। कुछ लोगों का कहना था कि एक छेद था,जिसके कारण नाव में अचानक पानी भरने लगा।
घटना के बाद गंगा के किनारे कोहराम मच गया।गंगा घाट पर चीत्कार मच गया और लॉ कॉलेज घाट पर किनारे पर खड़े लोग चीखने चिल्लाने लगे ।प्रशासन की ओर से इतने बड़े आयोजन को लेकर कोई तैयारी नहीं की गई थी।दोपहर से ही गंगा पार दियारा में माहौल अराजक हो गया था और पतंगबाजी के दौरान लाठीचार्ज की गई थी। सैकड़ों लोगों को पतंगोत्सव में आमंत्रित तो कर लिया गया लेकिन नाव की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई। लोग पतंगोत्सव के बाद घर लौटना चाहते थे लेकिन नाव नहीं होने के कारण वे दियारा में फंसे थे।इससे पहले शाम 5 बजे एसडीआरएफ की नाव गांधी घाट पर पलट गई थी।
घटना से पहले प्रशासनिक तैयारियों में कमी के कारण चार दिवसीय पतंगोत्सव को एक दिन में ही निरस्त कर दिया गया।बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के एमडी उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि रविवार से कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है।वर्ष 2012 में शुरू हुए पतंग उत्सव को पहली बार एक दिन में ही निरस्त करना पड़ा है।सीएम नितीश कुमार ने दिए जांच का आदेश मालूम हो की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाव हादसे पर दुख जताया है।उन्होंने अधिकारियों को इस हादसे की जांच करने का आदेश दिया है।नाव हादसे की जानकारी मिलते ही राज्य आपदा प्रबंधन बल-एनडीआरएफ घटना स्थल पर पहुंच गई है।जिलाधिकारी सहित शासन-प्रशासन के अधिकारी भी वहां पहुंच चुके हैं।
विपक्ष ने भी सरकार के प्रशासनिक इंतजाम पर सवाल खड़े किए।
मकर संक्रांति की शाम पटना में हुए नाव हादसे में कुल 24 लोगों की जान गई है।प्रारंभिक पड़ताल और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान से यह स्पष्ट है कि हर तरफ लापरवाही हुई।प्रशासन की बदइंतजामी से दो दर्जन लोग मारे गए।रविवार जब पीएमसीएच से शव निकाले गए और घर की दहलीज पर पहुंचे तो परिजन शोक की इस घड़ी में भी दर्जनों सवाल उठा रहे थे।सबकी अंगुली इंतजाम को लेकर उठ रही थी।इस मामले में सोनपुर के अंचलाधिकारी अनुज कुमार के बयान पर दियारा में खोले गए अस्थाई मनोरंजन पार्क के राहुल वर्मा और नाव चलानेवाले अज्ञात नाविक सहित अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।शनिवार देर रात गंगा में बचाव और खोज अभियान बंद कर दिया गया था। रविवार सुबह और चार शव निकाले गए।हादसे में मरनेवालों की संख्या 24 हो गई है।
मरनेवालों में एक झारखंड और एक उत्तर प्रदेश के,जबकि सर्वाधिक 13 लोग पटना जिले के निवासी थे।दुर्घटना के बाद 17 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के पश्चात प्रशासन की एक टीम दुर्घटनास्थल के पास दियारा में कैंप कर रही है।मालुम को की दियारा के जिस इलाके में पतंगोत्सव होता है,वह सारण जिले में है।रविवार को सोनपुर थाने में केस दर्ज किया गया।सबलपुर दियारे में कार्यक्रम स्थल के समीप प्रशासन की अनुमति के बगैर मनोरंजन पार्क बनवाया गया था।यहीं पर लोगों की अत्यधिक भीड़ थी।यह मनोरंजन पार्क पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी,आशियाना नगर निवासी राहुल वर्मा के मेसर्स आरके इंटरप्राइजेज ने बनवाया था।कांड संख्या 12/17 के तहत राहुल वर्मा और हादसे का शिकार हुई नाव के अज्ञात नाविक और अन्य के खिलाफ धारा 282, 304 तथा 34 आइपीसी की धारा लगाई गई है।