तस्वीर है छत्तीसगढ़ के पत्थलगांव की। हर साल यहां टमाटर की जबरदस्त फसल होती है,मगर इस साल तो हद हो गई।आसपास से सैकड़ों किसान ट्रैक्टर में भरकर टमाटर लाने लगे और बस स्टैंड के तिराहे में फेंकने लगे।ट्रैफिक पुलिस कुछ समझ पाती,इतनी देर में तो दूर तक सड़कों पर सिर्फ टमाटर ही टमाटर दिख रहा था।दरअसल थोक व्यापारी किसानों से एक रुपए में चार किलो टमाटर खरीदना चाहते थे।इससे किसान नाराज हो गए।इस कारण उन्होंने इसे फेंक देना ज्यादा ठीक समझा।सरकार के खिलाफ नारेबाजी होने लगी।दरअसल यहां तो टमाटर की फसल अच्छी हुई लेकिन महाराष्ट्र और ओडिशा की फसल भी छत्तीसगढ़ पहुंच रही है,जिसके कारण मांग ही नहीं रही।किसानों का कहना था कि गांव से बस स्टैंड तक टमाटर लाने में ही 100 रुपए से ज्यादा पेट्रोल का खर्च रहा है।फसल लगाने की मेहनत,तोड़ना और उसे भरवाने की मजदूरी तो अलग है। कुछ भी नहीं मिल रहा।ऐसे में थोक वाले ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं।टमाटर सड़कों पर फेंकने की वजह से काफी देर तक जाम लग गया।
रिपोर्ट:-छत्तीसगढ़ संवाददाता