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जॉब के लिए जालसाजी का जतन,मौलवी प्रमाण पत्र अभिलेख में हेराफेरी कर फर्जी नियुक्ति…

फोकानिया तथा मौलवी प्रमाण पत्र में हेरा-फेरी कर कराया गया।शुक्रवार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना में कार्यरत इंस्पेक्टर सत्य नारायण राम ने ठाकुरगंज थाना में मामला दर्ज किया गया।थानाध्यक्ष राजेश कुमार तिवारी के अनुसार सखुआडाली पंचायत के दो तथा पटेश्वरी पंचायत के एक कार्यरत शिक्षक पर आइपीसी की धारा 420,464,465,471,120 बी के तहत थानाकांड संख्या 11/17 व 12/17 दर्ज की गई है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना में पदस्थापित पुलिस निरीक्षक सत्य नारायण राम के अनुसार उच्च न्यायालय के निर्देश पर 2006 से 22 मई 2015 के दौरान नियोजित शिक्षकों के मूल प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है।इसी क्रम में शैक्षणिक, प्रशिक्षण प्रमाणपत्र के जांच के क्रम में ठाकुरगंज प्रखंड के पटेश्वरी पंचायत के प्राथमिक विद्यालय मौलानी में शिक्षक पद पर 02.07. 2007 से कार्यरत अबुल हुसैन व धुलाबाड़ी उत्क्रमित मध्य विद्यालय ग्वालगच्छ में नियुक्त शिक्षिका सरफराज बेगम की फोकानिया व मौलवी प्रमाण पत्र में हेराफेरी पाया गया।इन तीनों शिक्षकों की नियुक्ति तिथि के समय दिया गया फोकानिया व मौलवी के प्रमाण पत्रों का सत्यापन बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड पटना से कराया गया तो प्रमाण पत्र परीक्षा के टीआर पंजी में प्रस्तुत प्रमाण पत्र में अंकित क्रमांक में अन्य परीक्षार्थी का नाम पाया गया तथा आरोपी के नाम के सामने कम अंक दर्ज था।इसी आधार पर निगरानी ने आरोप लगाया है कि तीनों आरोपियों ने फोकानिया व मौलवी डिग्री के अंक पत्र तथा प्रमाण पत्र किसी दूसरे व्यक्ति के प्रमाण पत्र से स्कैन करा कर फर्जी तरीका से षडयंत्र के तहत सृजित कर पेश किया गया।प्राथमिकी के अनुसार नियोजित शिक्षक तथा शिक्षिका पर षडयंत्र के तहत सरकारी राशि गबन करने को ले आरोपी बनाया गया है।वही शेखपुरा जिले की एक महिला

ने फर्जी अंक पत्र पर शिक्षक की नौकर ले ली।वर्तमान में महिला पटना नगर निगम क्षेत्र में कार्यरत है।फर्जीवाड़े का तब खुलासा हुआ जब निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने विवि प्रशासन से महिला की डिग्री की जांच कर रिपोर्ट मांगी। विवि प्रशासन ने जांच रिपोर्ट निगरानी को भेज दी है। शेखपुरा निवासी सुनीती कुमार पटना नगर निगम क्षेत्र में शिक्षक की नौकरी कर रही हैं। सुनीती ने शिक्षक नियोजन के दौरान भागलपुर विश्वविद्यालय से जारी इंटरमीडिएट के दो अंकपत्र जमा किए हैं। वह की परीक्षा में फेल हो गई थी। इसके बाद 1988 में सुनीती ने कंपार्टमेंटल की परीक्षा दी और पास हो गई।में उसे संगीत में 78, रसायन विज्ञान में 80 व प्रायोगिक में 28, भौतिकी में 33 व प्रायोगिक में 37, जीव विज्ञान में 48 व प्रायोगिक में 17 और अन्य में 13 नंबर मिले हैं।भौतिकी में फेल होने के कारण अंकपत्र में फेल लिखा हुआ है। इसके बाद 1988 में सुनीती ने भौतिकी की कंपार्टमेंटल परीक्षा दी और उसे 63 व 20 नंबर आए। अंकपत्र में उत्तीर्ण दिखाया गया है।सुनीती का 1988 में दी गई परीक्षा का रोल नंबर 14199 व पंजीयन नंबर 8583 है। जबकि का रौल नंबर 8583 व पंजीयन नंबर 7853 है। लेकिन मजे की बात यह है कि भागलपुर विश्वविद्यालय ने इंटर की परीक्षा से लेना बंद कर दिया है।के बाद बिहार इंटर काउंसिल, पटना द्वारा इंटर की परीक्षा ली जा रही थी।पिछले दो वर्षो से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इंटर की परीक्षा आयोजित कर रही है। जबकि सुनीती ने नियोजित शिक्षक के लिए जो अंकपत्र जमा किए हैं,वह व 1988 के हैं। सुनीती ने परीक्षा सेंटर कोड आरडी शेख है, यानी वह आरडी कॉलेज शेखपुरा में इंटर की परीक्षा दी है। इसको देखकर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुनीती के अंकपत्र को फर्जी करार दे दिया है।

रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह 

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