किशनगंज : 11वीं की परीक्षा में फेल होने से छात्रा ने ट्रेन के आगे कूदकर दी अपनी जान, परिजनों ने शिक्षकों पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप, पूरा स्कूल परिसर रणक्षेत्र में तब्दील…

किशनगंज धर्मगंज के आशीष गुप्ता की बेटी हर्षिता गुप्ता की खुदकशी का मामला ने पकड़ा तूल, किशनगंज के नीजी स्कूल बाल मंदिर में 11वीं की छात्रा थी हर्षिता गुप्ता, रिजल्ट खराब होने पर की थी खुदकशी, बाल मन्दिर निजी स्कूल में परिजनों ने जमकर काटां बवाल, परिजन स्कूल प्रशासन से कॉपी जाँच की माँग कर रहे थे, फिर से कॉपी जांच नहीं होने पर परिजनों का फूटा गुस्सा।
किशनगंज 11वीं कक्षा में फेल होने व शिक्षक की फटकार से मानसिक तनाव से जूझ रही धरमगंज निवासी छात्रा ने ट्रेन से कटकर जान दे दी।सोमवार देर रात को शहर से 17 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के सूर्यकमल स्टेशन स्थित 3 नंबर रेल लाइन पर स्थानीय धरमगंज निवासी आशीष गुप्ता के पुत्री हर्षिता कुमारी का शव बरामद किया गया।
सोमवार रात गुवाहाटी से चलकर जम्मूतवी जानेवाली 15651 डाउन लोहित एक्सप्रेस के चालक की नजर रेलवे लाइन पर पड़े शव पर पड़ी।चालक द्वारा रात्री 12.30 बजे घटना की जानकारी दालकोला आरपीएफ को दी गई।मौके पर पहुंचे आरपीएफ जवानों ने शव को अपने कब्जे में ले लिया।घटना स्थल से बरामद मोबाइल से परिजनों को घटना की जानकारी दी गई।
किशनगंज 11वीं की परीक्षा में फेल होने छात्रा ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी।परिजनों ने शिक्षकों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मामला शहर के धरमगंज मझिया रोड का है।यहां 17 वर्षीय छात्रा 11वीं की परिक्षा में फेल हो गई थी।छात्रा ने फिर कंप्लीमेंट्री परीक्षा दी।वह इस परीक्षा में एकांउटस व इकोनॉमिक्स विषय में फिर से असफल हो गई।इससे छात्रा का मनोबल टूट गया और ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी।वही छात्रा द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद आक्रोशित परिजनों ने बाल मंदिर सिनीयर सैकेंडरी स्कूल में जमकर तोड़फोड़ की और बवाल काटा।पूरा स्कूल परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया।
बताया जाता है कि परिजन स्कूल प्रशासन से कॉपी दिखाने और दोबारा जांच की मांग कर रहे थे।कॉपी नहीं मिलने पर परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने स्कूल में तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी।स्कूल में तोड़-फोड़ की खबर सुनकर मौके पर पहुंची पुलिस मामले को शांत कराने की कोशिश में जुट गई है।परिजनों ने स्कूल के वाइस प्रिसिंपल संजय साहा पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।संजय छात्रा को ट्यूशन भी पढ़ते थे।मृतक के मामा ने बताया कि सोमवार की शाम वह अपने सर के घर बकाया फीस देने गई थी।इस दौरान उसे रिजल्ट खराब होने को लेकर कुछ भला-बुरा शिक्षक ने कह दिया।जिससे उसका मनोबल टूट गया।फिर वह शिक्षक के घर से सीधा स्टेशन चली गई और द्रेन से कट कर अपनी जान दे दी।
10 साल पहले सचिव गोविंद बिहानी को प्रसाशन की दखलंदाजी के बाद पद से हटा दिया गया था।पर कौन सी मजबूरी में उन्हें फिर से सचिव बनाया गया
क्या है मामला
मालूम हो कि बाल मंदिर सिनीयर सैकेंडरी स्कूल की 17 वर्षीय छात्रा 11वीं की परिक्षा में फेल हो गई थी।इसके बाद वह कंप्लीमेंट्री परिक्षा में एकांउटस व इकोनॉमिक्स विषय में फिर से असफल हो गई।इससे छात्रा का मनोबल टूट गया और मंगलवार को उसने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी।
रिपोर्ट-धर्मेंद्र सिंह