रोहतास पुलिस ने जेल में बंद नक्सलियों के मनसूबे पर फेरा पानी, कुख्यात नक्सली को पेशी के दौरान भगाने की थी प्लांनिग…

रोहतास पुलिस ने जेल में बंद नक्सलियों के मनसूबे पर पानी फेर दिया है।दरअसल जेल में बंद अंतरराज्यीय कुख्यात नक्सली को पेशी के दौरान भगाने की प्लांनिग की गई थी।जिसके लिए कैदी वाहन के निचले लोहे की सतह को पिघलाकर छेद कर दिया गया था ताकि पेशी के दौरान नक्सलियों को भगाया जा सके।लेकिन इस पूरी प्लांनिग की भनक पहले ही पुलिस को लग गई।जिसके बाद जेल से मिली सूचना पर पुलिस टीम ने जेल वाहन ब्रेक कांड की कोशिश को नाकाम कर दिया।वहीं एमटी जमादार तबारक मियां समेत कैदी वाहन के चालक महेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया गया, साथ ही सार्जेंट मेजर रणधीर कुमार सिंह से विभाग ने स्पष्टीकरण भी मांगा है।रोहतास के वर्तमान पुलिस अधीक्षक पी.के. मंडल ने रोहतास पुलिस मुख्यालय डेहरी के पुलिस लाइन के प्रांगण में एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि डेहरी अनुमंडल न्यायालय में कुख्यात नक्सली अजय राजभर, शंभू उर्फ शीतल और अभय यादव की पेशी होनी थी।उसी पेशी के लिए कैदियों को लेकर जाने के दौरान उन्हें भगाने की प्लानिंग की गई थी।बता दें
इस पूरे मामले पर बिहार पुलिस मुख्यालय ने जिला पुलिस से रिपोर्ट तलब की है।वही पुलिस अधीक्षक रोहतास ने बताया कि बिहार में ये नक्सली पहली बार कैदी वाहन ब्रेक कांड कर भागने वाले थे, लेकिन पुलिस की सूझ बूझ ने इस कोशिश को नाकाम कर दिया।वही रोहतास जिला पुलिस लाइन डेहरी में पुलिस अधीक्षक ने कैदी वाहन से भागने की योजना को डेमो कर के भी दिखाया, साथ ही साजिश के बारे में कहाँ कि कैदी वाहन के निचले सतह के लोहे के चदरा को योजना बद्ध तरीके से कई दिनों से सोडा और चुना डाल डालकर गलाया जा रहा था, ताकि पेशी के दौरान उसे तोड़ नक्सलियों को भगाया जा सके।