यहां के मोहम्मदगंज थानाक्षेत्र में बीती रात भाकपा माओवादी और टीपीसी के नक्सलियों के बीच एनकाउंटर में तीन नक्सली मारे गए हैं।इनमें से एक 25 लाख का इनामी नक्सली जोनल कमांडर अजय यादव भी शामिल है।पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है।मौके से तीन जख्मी नक्सली को अरेस्ट भी किया गया है।इस घटना की जानकारी पुलिस को शुक्रवार की अलसुबह हुई।इसके बाद भारी संख्या में पुलिस और सीआरपीएफ के जवान मौके पर पहुंचे।मौके पर पुलिस पहुंची तो पता चला कि नक्सलियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई हुई है।इस दौरान अजय यादव और उसके दो एरिया कमांडर कृष्णा खरवार और रवींद्र मेहता भी मारे गए।वहीं, तीन नक्सली जख्मी हालत में मिले हैं।
पुलिस ने सभी को अरेस्ट कर लिया है और अपनी देखरेख में उनका इलाज करवा रही है।यहां से पुलिस को एके 47 समेत 6 अन्य हथियार भी मिले हैं।नक्सली संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) ने इन माओवादियों को मार गिराया है।मौके पर पलामू रेंज के डीआईजी विपुल शुक्ला और एसपी इंद्रजीत महथा समेत अन्य पुलिस ऑफिसर्स मौजूद हैं।झारखंड पुलिस के एडीजी आरके मल्लिक ने बताया कि नक्सलियों के जोनल कमांडर पर फिलहाल पांच लाख रुपए का इनाम था।हालांकि पुलिस मुख्यालय ने इस नक्सली पर
25 लाख रुपए इनाम रखने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था, जिसपर स्वीकृति मिलने वाली थी।नक्सली जोनल कमांडर अजय यादव पलामू में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।काला पहाड़ नक्सल हमले का यह मुख्य आरोपी था।इसने ही कालापहाड़ में लैंड माइंस विस्फोट कराया था।इस लैंड माइंस विस्फोट में सात पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।अजय यादव की टीम में 20-25 सदस्य हैं।पलामू के हुसैनाबाद, पांडू, छतरपुर, विश्रामपुर और लातेहार जिल में यह सक्रिय था।20 सितंबर 2016 को इसके घर की कुर्की भी हो चुकी थी।