केवल सच का असर, पत्रकार के साथ अभद्रता करने वाले थानेदार को लाइन हाजिर करने का निर्देश…

सेंट्रल रेंज डीआईजी ने पटना एसएसपी को पत्रकार के साथ अभद्रता करने वाले थानेदार को लाइन हाजिर करने का दिया निर्देश।पटना से सटे फुलवारीशरीफ के थानेदार कैसर आलम एक मामले की जानकारी लेने गए पत्रकार के साथ मारपीट पर उतारू हो गए।दरअसल 19 मई को खलीलपुरा और अल्बा कॉलोनी में दो युवकों की हत्या हुई थी।इसी मामले की जानकारी लेने के लिए एक अखबार के पत्रकार मसूद आलम थाना गए थे।उस वक़्त थानेदार भी थाना में ही मौजूद थे।पत्रकार को देखते ही वे गुस्से से आग बबूला हो गए।इसी बीच पत्रकार और थानेदार से बहस हुई।पत्रकार ने अपने साथियों के साथ इसकी जानकारी डीजीपी से एडीजी मुख्यालय, आईजी, डीआईजी और एसएसपी को दी है।यही नहीं बिहार श्रमजीवी यूनियन ने भी इसकी जानकारी एडीजी मुख्यालय को दी।एडीजी मुख्यालय ने मामले की छानबीन कर कार्रवाई का भरोसा दिया है। डीआईजी राजेश कुमार और एसएसपी गरिमा मालिक ने कहा कि मामले की छानबीन कर थानेदार पर कार्रवाई की जाएगी।बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के महासचिव प्रेम कुमार ने एसएसपी से मांग की है मो० कैसर आलम को फुलवारीशरीफ थानेदार के पद से हटाया जाए।
कैसर आलम दरोगा से भी कर चुके हैं मारपीट
इसके पहले कैसर आलम पीरबहोर में थानेदार रह चुके हैं। वहाँ भी कैसर पर दो दरोगा ने मारपीट करने का आरोप लगाया था।मामला वरीय अधिकारी तक पहुंच गया था।लेकिन मामले को आगे बढ़ता देख अधिकारियों ने दोनों दरोगा को वहां से हटा दिया था।जब से पटना के एसएसपी मनु महारज वर्तमान डीआईजी बन के गए है तब से थानेदार में डर का माहौल ही खत्म हो गया है रोजाना पत्रकार के साथ थानेदार का अभद्रता व्यवहार की खबर हमेशा सामने आती है।वही मामले को गम्भीरता लेते हुए पटना सेंट्रल रेंज डीआईजी राजेश कुमार ने पटना एसएसपी गरिमा मालिक को फुलवारी थानाध्यक्ष कैशर आलम को लाइन हाजिर करने का दिया आदेश।
रिपोर्ट-धर्मेंद्र सिंह/रंजीत कुमार सिन्हा