किशनगंज सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी का निधन…

किशनगंज सीमांचल के बहुत चर्चित नेता सह किशनगंज सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी नहीं रहे।बीते दिन गुरुवार दिनांक-06.12.2018 की रात उनका निधन हो गया।सांसद मौलाना असरारूल हक का निधन इलाके के लिए बहुत बड़ी क्षति है।आपको मालूम हो कि गुरुवार देर रात किशनगंज सर्किट हाउस में हार्ट अटैक से उनकी मौत हुई।गुरुवार देर रात एक जलसे में भाग लेने के दौरान ठंड लगने से उनकी तबीयत खराब हुई थी।कांग्रेस के सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी 76 वर्ष के थे।उनके पैतृक गांव ताराबाड़ी में जनाजे की अंतिम नमाज पढ़ी जाएगी और वहीं उनको सुपुर्दे खाक किया जाएगा।मौलाना कांग्रेस के टिकट पर किशनगंज लोकसभा सीट से लगातार दो
बार सांसद चुने गए थे।वर्ष 2009 में पहली बार सांसद चुने गए थे।संक्षिप्त जीवनी मौलाना असरारूल हक की…आपको मालूम हो कि 15 फरवरी 1942 को मौलाना का जन्म हुआ था।सांसद मौलाना असरारुल हक लगातार वर्ष 2009 से सांसद थे।दोनो ही बार वे कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते।हालांकि उन्होंने आधा दर्जन से अधिक बार लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आज़मायी थी और कई बार उनको शिकस्त का सामना करना पड़ा था।अपने जीवन के अंतिम दो चुनावों में मौलाना को जीत मिली।उनकी शिक्षा दारुल उलूम देवबंद में हुई जहां से उन्होंने स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की थी।मौलाना की पत्नी सलमा खातून का निधन पूर्व में ही हो चुका है।मौलाना अपने पीछे तीन पुत्र और दो पुत्री को छोड़ गए हैं।वही जदयू के लोकप्रिय विधायक मुजाहिद आलम ने शोक व्यक्त किया।श्री आलम ने कहा कि किशनगंज ने एक आलमगीर शख्सियत, मुफक्किर, नेक दिल इंसान अपना सांसद हजरत मौलाना असरारूल हक कासमी को खो दिया है।आज उनका निधन देश-दुनिया के लिए अपूर्णीय क्षति है।अल्लाह उन्हें जन्नतुल फिरदोश में अता फरमायें।वही सांसद मौलाना असरारूल हक काशमी के जनाजे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन मोहन झा शोक संवेदना प्रकट करने के लिये स्वयं सड़क मार्ग से ताराबाड़ी टप्पु पहुंच रहे है।ये जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पिंटु चौधरी ने दी।