किशनगंज : जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों के सफल संचालन को ले विशेष अभियान के तहत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने किया पोठिया प्रखंड का निरिक्षण।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य व पोषण संबंधी मामलों के सुधार में जिले में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। गर्भवती व धात्री महिला के साथ-साथ नवजात के स्वास्थ्य व पोषण संबंधी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आंगनबाड़ी केंद्रों के ऊपर है। आंगनबाड़ी केंद्रों का सफल संचालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से विभागीय के निर्देश के आलोक पर जिले में सघन जांच अभियान का संचालन किया गया। केंद्रों के निरीक्षण व जांच के लिये जिलाधिकारी के निर्देश पर विशेष अभियान के तहत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने किया पोठिया प्रखंड का निरिक्षण किया।आईसीडीएसस जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कवी प्रिया ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य व पोषण संबंधी मामलों में सुधार में आंगनबाड़ी केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। गर्भवती महिलाएं व 0 से 6 साल आयु वर्ग के बच्चों के स्वास्थ्य व पोषण संबंधी मामलों में सुधार को अभियान का उद्देश्य बताया। जिलाधिकारी ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से बच्चों के उचित शारीरिक, मानसिक विकास की आधारशीला रखी जा सकती है। डीएम ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों का सफल संचालन जिला प्रशासन की प्राथमिकताओं में शुमार है। इसे लेकर आगे भी इस तरह का सघन अभियान संचालित किये जाने की बातें उन्होंने कही।
केंद्र के जरिये स्वास्थ्य व पोषण मामले में सुधार संभव :
आईसीडीएसस जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कवी प्रिया ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर विभिन्न प्रखंडों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया गया। जिसमे प्रखंड कार्यालय का रोकर, लोग बुक, पोषण ट्रैकर, प्रधानमंत्री मातृत वंदना योजना, आधार इनरोलमेंट, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, आदि कार्यो का सघन जांच किया गया। उन्होंने कहा कि संबंधित पोषक क्षेत्र में रहने वाली कोई भी महिला केंद्र में अपना नाम दर्ज करा सकती है। योग्य लाभुक महिलाओं को प्रत्येक माह निर्धारित तिथि को केंद्र के माध्यम से मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही केंद्र के माध्यम से गर्भवती महिला व छोटे उम्र के बच्चों के टीकाकरण नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं उपलब्ध करायी जाती है। लिहाजा केंद्र का सफल संचालन जरूरी है। निरीक्षण के क्रम में टीएचआर का वितरण, केंद्र पर बच्चों की उपस्थति उपलब्ध इंतजाम सहित केंद्र संचालन से संबंधित दस्तावेजों की जांच किये जाने की जानकारी उन्होंने दी। साथ ही उन्होंने बताया कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की नियमित जांच का जिम्मा सम्बंधित महिला पर्यवेक्षिका, समेकित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को जांचोपतरांत संबंधित प्रतिवेदन जिलाधिकारी को समर्पित करने का आदेश दिया गया है।जांच के क्रम में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के साथ प्रधानमंत्री मातृत वंदना योजना कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम सहायक सुशील झा, जिला कार्यालय से लेखापाल राजीव रंजन प्रशाद एवं सीडीपीओ जीनत यस्मिन एवं महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित हुई।