किशनगंज : 11वीं की छात्रा हर्षिता की मौत मामले में आरोपित उप प्राचार्य संजय साहा की तलाश में जुटी पुलिस…

स्कूल की स्थापना के शुरुआती ढाई दशक की बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था के परिणामस्वरूप स्कूल ने आईपीएस, डॉक्टर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, इंजीनियर सहित कई क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाले ज़िम्मेदार नागरिक तैयार किए।वैसे तो बीते दो दशकों से लगातार स्कूल की साख गिरती जा रही थी किन्तु 11 वी कक्षा की छात्रा हर्षिता कुमारी के आत्महत्या के बाद स्कूल कलंकित हो चुका है, स्कूल प्रबंधन में वन मैन शो के कारण पूर्व में भी और वर्तमान में भी स्कूल की साख को बट्टा लगा है।स्कूल को अपनी साख पूर्ववत करने में काफी समय लगेगा, काफी बदलाव करने होंगे, संस्थापको के उद्देश्य और सपनों को ध्यान में रखकर बदलाव किए जाने से स्कूल की प्रतिष्ठा पूर्ववत हो सकेगी। स्कूल के शिक्षक हो, छात्र हो, समाज के गणमान्य लोग हो ज्यादातर यह मानते है कि सचिव गोविंद बिहानी की गुटबाजी का परिणाम है छात्रा हर्षिता की आत्महत्या ?
किशनगंज बाल मंदिर सीनियर सेकेंड्री स्कूल की 11वीं की छात्रा हर्षिता की मौत मामले में आरोपित उप प्राचार्य संजय साहा की तलाश में पुलिस जुट गई है।घटना के बाद से ही फरार चल रहे आरोपित शिक्षक के विरूद्ध न्यायालय के द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है।शुक्रवार को न्यायालय से प्राप्त आदेश के बाद पुलिस आरोपित की सरगर्मी से तलाक कर रही है।अगले 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार नहीं होने पर पुलिस आरोपित के घर की कुर्की जब्ती करने की योजना बना रही है।बताते चलें कि हर्षिता की मौत के बाद गत 01 मई को
आक्रोशित लोगों आरोपित उप प्राचार्य संजय साहा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विद्यालय में तोड़फोड़ की थी।घटना के बाद से ही शिक्षक संजय साहा फरार हो गए।परिजनों द्वारा टाउन थाना में लिखित शिकायत दर्ज किए जाने के बाद पुलिस उसकी तलाश में जुट गई।एसडीपीओ और टाउन थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी किए जाने के बावजूद गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।वहीं एसपी कुमार आशीष ने इस संबंध में बताया कि आरोपित शिक्षक की गिरफ्तिारी के लिए तकनीकी सेल की मदद ली जा रही है।जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए एक टीम भी गठित की गई है।
11वीं की छात्रा हर्षिता गुप्ता के खुदकशी मामले को लेकर गुरुवार 09.05.2019 को कैलटैक्स चौक स्थित जैन भवन में बाल मंदिर सिनियर सेकेंड्री स्कूल के बच्चों के अभिभावकों व स्कूल के ट्रस्टियों के बीच बैठक का आयोजन किया गया।बैठक में अभिभावकों ने ट्रस्टियों के समक्ष 11 मुख्य मांगें रखी। इसके अलावा अभिभावकों ने स्कूल के शिक्षा को लेकर कई सवाल भी उठाए।जिसमें ज्योति कुमार सोनू ने कहा कि स्कूल में योग्य शिक्षकों की कमी है, जिस कारण स्कूल का स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है। एक समय में इस स्कूल से बच्चे पढ़ाई कर अच्छे-अच्छे मार्क्स लाते थे।लेकिन अब हालात बदले हैं, जिसे सुधारने की जरूरत है।वहीं अभिवाक शुशांत कुमार गोप ने कहा कि हर्षिता की खुदकशी के कारण बने शिक्षक संजय साहा की गिरफ्तारी अविलंब कराया जाय।इसके अलावा अन्य अभिभावकों ने भी स्कूल से संबंधित अपनी-अपनी बातें रखी।

क्या है मामला
मालूम हो कि 29 अप्रैल की शाम हर्षिता दहीपट्टी निवासी शिक्षक सह उपप्राचार्य संजय साहा के घर ट्यूशन फीस जमा करने गई थी।देर रात तक घर वापस नहीं लौटने पर जब हर्षिता की तलाश में शिक्षक संजय साहा के घर पहुंचे तो शिक्षक द्वारा हर्षिता के वापस घर चले जाने की बात कही गई।उन्होंने 600 रुपये फीस मिलने व हर्षिता को परीक्षा में पास कराने के लिए नौ हजार रुपये की मांग की।देर रात तक छात्रा के घर वापस नहीं पहुंचने पर परिजनों ने टाउन थाना को हर्षिता के गुमशुदगी की सूचना दी।इस बीच मध्य रात्रि 2.30 बजे जब परिजनों ने हर्षिता के मोबाइल पर फोन किया तक एक अंजान व्यक्ति ने बताया कि सूर्यकमल स्टेशन के निकट हर्षिता की मौत ट्रेन से कट कर हो गई की जानकारी दी।घटना के बाद जब हर्षिता के कॉपियों की जांच की तो पता चला कि उक्त कॉपी को दो शिक्षकों के द्वारा जांचा गया है।जिसमें एक शिक्षक ने 90 अंकों में से 39 अंक दिए जबकि दूसरे ने मात्र 9.5 नंबर दिए।अंकों का यह विरोधाभाष स्कूल प्रशासन की नीयत पर प्रश्न चिन्ह लगाता है।
रिपोर्ट-धर्मेंद्र सिंह