भारत में जहां एक ओर किन्नर समाज में आम लोगों के समान स्थान बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।वहीं ओडिशा में एक युवक ने किन्नर को अपना जीवनसाथी बना लिया है।ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में गुरुवार को लोगों ने एक अलग ही तरह की शादी देखी,जिसमें दुल्हन एक किन्नर थी तो दूल्हा एक साधारण युवक।ये शादी दूसरों के लिए चाहे कौतूहल का विषय रही हो,लेकिन दुल्हन बनी मेघा के लिए ये किसी सपने के सच होने जैसा था।टांसजेंडर होने के कारण मेघा भारत में आम तौर पर दूसरे किन्नरों की तरह ही अपना जीवन जी रही थी।एक दिन उसकी मुलाकात बसुदेव नाम के युवक से हुई।दोनों के बीच बातचीत हुई और उनमें दोस्ती हो गई।ये दोस्ती जल्द ही प्यार में तब्दील हो गई,जिसके बाद दोनों ने सात जन्म साथ निभाने का फैसला किया।बसुदेव ने जब अपने इस फैसले के बारे में परिवार को बताया तो उन्होंने इस रिश्ते को स्वीकारने से इनकार कर दिया।कई दिनों तक घरवालों को मनाने के बाद आखिरकार बसुदेव और मेघा को शादी की मंजूरी दे दी गई।26 जनवरी को दोनों की धूमधाम से शादी हुई। इसमें बसुदेव के परिवार के साथ किन्नर समाज के लोग भी शामिल हुए और दंपति को अपनी शुभकामनाएं दी।दुल्हन बनकर खुश मेघा ने कहा कि लोग सोचते हैं कि ट्रांसजेंडर शादी नहीं कर सकती,मां नहीं बन सकती,लेकिन मैं उन सबको गलत साबित कर रही हूं।हम भी महिलाएं हैं और आम जिंदगी जीने की ओर आगे बढ़ रही हैं।