किशनगंज : जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ कार्य संस्कृति को लेकर डीएम ने की समीक्षा बैठक
लंबित वारंटों के निष्पादन, बायोमैट्रिक उपस्थिति और पारदर्शिता पर दिया विशेष जोर

किशनगंज,01सितंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह,
जिलाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय वेश्म में साप्ताहिक कार्य संस्कृति एवं विभागीय अनुशासन को सुदृढ़ करने हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागों से प्राप्त रिपोर्टों की गहन समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में कर्मियों की कर्म पुस्तिका संधारण, संचिकाओं के प्रस्तुतीकरण, बायोमैट्रिक उपस्थिति, नीलाम पत्रवाद, माननीय न्यायालय वाद, आपदा राहत, लोक शिकायत, अनुशासनात्मक कार्रवाई, सूचना का अधिकार, लोकायुक्त, मानवाधिकार आयोग, सीएम डैशबोर्ड, सीएम जनता दरबार, सेवांत लाभ, अंतर विभागीय अनापत्ति प्रमाण पत्र सहित अन्य लंबित प्रतिवेदनों पर विस्तार से चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि नीलाम पत्र से संबंधित लंबित वारंटों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना बायोमैट्रिक उपस्थिति के किसी भी परिस्थिति में वेतन भुगतान ट्रेजरी से नहीं किया जाएगा। विशेषकर फील्ड पदाधिकारियों की उपस्थिति जिला गोपनीय शाखा से सत्यापित होने के बाद ही वेतन भुगतान होगा।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत राशि जमा नहीं करने वाले लाभुकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई का भी निर्देश दिया गया। अधिक से अधिक रिकवरी सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
पशुपालन पदाधिकारी को टी.ए. (यात्रा भत्ता) संबंधी जानकारी अपने विभाग से प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। वहीं, उत्पाद विभाग से प्राप्त जब्त वाहनों की सूची का मूल्यांकन डीटीओ कार्यालय द्वारा कर शीघ्र उत्पाद विभाग को भेजने को कहा गया।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को कार्रवाई प्रतिवेदन शीघ्र उपलब्ध कराने एवं सभी शाखाओं को अधिकृत ई-मेल आईडी समर्पित करने का निर्देश दिया, जिससे पत्राचार की प्रक्रिया को प्रभावी बनाया जा सके।
बैठक में डीडीसी स्पर्श गुप्ता, अपर समाहर्ता अमरेन्द्र कुमार पंकज, जिला पंचायत राज पदाधिकारी जफर आलम, जिला योजना पदाधिकारी-सह-जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी कुंदन कुमार सिंह सहित अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों से कहा कि विभागीय कार्यों में पारदर्शिता, समयबद्धता और उत्तरदायित्व की भावना सुनिश्चित की जाए।