XISS Ranchi : लैंगिक रूप से संवेदनशील और सुरक्षा पर कार्यशाला का आयोजन, जाने वक्ताओं ने क्या कहा…
जेवियर समाज सेवा संस्थान रांची में इंटरनल कम्प्लेंट्स कमेटी द्वारा कार्यशाला का आयोजन
रांची : जेवियर इंस्टीट्यूट आफ सोशल सर्विस रांची (XISS Ranchi) की इंटरनल कम्प्लेंट्स कमेटी ने समानता, सशक्तिकरण और शिक्षा – लिंग, अधिकार और यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में सभी फैकल्टी, स्टाफ और स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का आयोजन कैंपस में फा. माइकल वान डेन बोगार्ट आडिटोरियम में किया गया। इस कार्यक्रम की रिसोर्स पर्सन के रूप में झारखंड उच्च न्यायालय की वकील खुशबू कटारुका रही।
संस्थान के सहायक निदेशक डा. प्रदीप केरकेट्टा एसजे ने इस कार्यक्रम के दौरान समाज की पितृसत्तात्मक मानसिकता के बारे में बातें की। उन्होंने मौजूदा कानूनों के बारे में सभी से जागरूक होने की अपील की। कार्यक्रम में डीन एकेडमिक डा. अमर एरोन तिग्गा ने कार्यशाला के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि कैसे यह छात्रों को उनके कार्पोरेट करियर को आकार देने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि संस्थान लैंगिक रूप से संवेदनशील और सभी की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
रिसोर्स पर्सन खुशबू कटारूका ने कार्यशाला में उपस्थित फैकल्टी, स्टाफ और छात्रों को एक शैक्षणिक संस्थान में किस प्रकार व्यवहार किया जाता है, की जानकारी दी। उन्होंने स्वीकार्य और अस्वीकार्य व्यवहार के बारे में बात की। उन्होंने समाज में हमारी भूमिका, हमारी विचार प्रक्रिया, मनुष्यों की अनुकूलन क्षमता, लिंग और विकास के बारे में चर्चा की। उन्होंने छात्रों से अपनी भूमिका निभाने का आग्रह किया और कहा कि हर किसी का अस्तित्व समान है। कहा असमानता सीखी जाती है, समानता को सिखाने की जरूरत है।
एक्सआइएसएस के पूर्व छात्र और आइसीसी के एक्सटर्नल मेंबर जानसन टोपनो ने कहा कि संस्थान व्यक्तियों के दृष्टिकोण को आकार देता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रोफेशनल करियर में कार्यशाला कितनी महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्थान के आइसीसी की पीठासीन अधिकारी, डा. मधुमिता सिन्हा और सदस्य डा. पूजा, डा. शारदा सिंह, डा. अमित कुमार गिरी, हर्षवर्द्धन, कोयल मुखर्जी और अमीषा चौधरी उपस्थित रहे।