*विश्व गौरैया दिवस_डॉक्टर प्रेम कुमार*

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/बिहार भाजपा के वरीय नेता व बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने विश्व गौरैया दिवस अपने सरकारी आवास पर मनाते हुए अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आधुनिकता के चक्कर में प्रकृति से हुआ अंधाधुन छेड़छाड़ जिसका असर जीव_जंतु एवं जलवायु परिवर्तन पर असर पड़ा अपार। इसीलिए आज हम सब का है बुरा हाल। पूरे विश्व में अब तक 6.50 लाख जीव,जंतु विलुप्त हो चुके हैं। कुछ जीव जंतु बिलुप्ति के कगार पर हैं। इसी श्रेणी में गौरैया पक्षी भी है। विलुप्ति के संकट से जूझ रहा गौरैया को बचाने की मुहिम में आज के दिन विश्व गौरैया दिवस मनाया जा रहा है। मोबाइल टावर,शहरों की बढ़ती आबादी,सिकुरते गांव व शोरगुल, ध्वनि प्रदूषण, कटते पेड़_टूटते पहाड़, ऊंची_ऊंची अट्टालिका, तेजी से बढ़ते प्रदूषण, मोबाइल फोन टावर का रेडिएशन, लोगों के जीवन शैली में बदलाव, केमिकल पेस्टिसाइड्स, केमिकल फर्टिलाइजर आदि ने गौरैया के बसेरा को समाप्ति की ओर धकेल दिया है। अब नन्ही चिड़िया के चहकने की आवाज हमारे कानों में नहीं सुनाई देती है। कोरोना कल के लॉकडाउन में सभी जीव_जंतु एवं पक्षियों की गतिविधियां बढ़ी थी। हमने सिर्फ अपने सुख की चिंता कर जीव_जंतुओं_पक्षियों एवं पर्यावरण को नष्ट कर दिया है। ,,अब भी नहीं सचेत हुए तो मानव जीवन,हमारा जीवन का अस्तित्व भी खतरे में होगा। अतः इस दुर्लभ होते गौरैया पक्षी के संरक्षण के लिए विश्व गौरैया दिवस पर संकल्प ले की गौरैया सहित सभी जीवों की रक्षा हम सब करेंगे। अपने सुख के लिए दूसरे जीव के जीवन को संकट में नहीं डालेंगे । आइए लौट चलें पुरानी सभ्यता,रहन-सहन की ओर। पर्यावरण बचाइए, जीवन बचाइए। इस अवसर पर रणविजय रोशन, नीलम सिंह चंद्रवंशी, शिव पूजन राम, प्रेम सागर, तीर्थ नारायण प्रसाद वैश्य, संजय निषाद, राजेश सहनी, राजेश कुमार,विकास पाल,शंकर शाह,दीपू चंद्रवंशी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।*