“कोरोना काल में बिहार में स्वास्थ्य के प्रति जागरकता और आगे का भविष्य” विषय पर वेबिनार का किया गया आयोजन

त्रिलोकी नाथ प्रसाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के फील्ड आउटरीच ब्यूरो (एफओबी), भागलपुर द्वारा आज “कोरोना काल में बिहार में स्वास्थ्य के प्रति जागरकता और आगे का भविष्य” विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।
वेबिनार में अतिथि वक्ता के तौर पर शामिल लाइफलाइन मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, गया के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ एस एस ज़मा ने कहा कि मौजूदा दौर में कोरोना संक्रमण के मामले में बिहार की स्थिति देश के दूसरे राज्यों के मुकाबले बेहतर है, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं की चुनाव के बाद तस्वीर बदली हुई नजर आए। उन्होंने कहा कि चुनावी रैलियों में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा जा रहा है, मास्क लोगों के चेहरे से नदारद हैं, ऐसे में बिहार में कोरोना का संकट एक बार फिर से बढ़ सकता है।
शिशु के स्वास्थ्य के संदर्भ में बोलते हुए डॉक्टर रजा ने कहा कि अगर कोई मां कोरोना संक्रमित है या फिर कोई शिशु कोरोना संक्रमित है तो दोनों ही परिस्थितियों में मां के दूध के सेवन से ना तो मां को और ना ही बच्चे को संक्रमित होने का खतरा है। बल्कि मां का दूध बच्चे के लिए इम्यूनिटी बूस्टर का काम करेगा।
वेबिनार में अतिथि वक्ता के रूप में शामिल जीविका (स्वास्थ्य एवं पोषण), पूर्णिया के प्रबंधक अरुण कुमार ने कहा कि जीविका ग्रामीण महिलाओं के लिए आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण को लेकर पूरे राज्य भर में कार्य करती है। उन्होंने कहा कि पूरे करोना काल में जीविका दीदियों ने पहले खुद को जागरूक किया और उसके बाद वह गांव-गांव में कोरोना के प्रति लोगों को जागरूकता फैला रही हैं। वे कम्युनिटी मोबिलाइजर और मास्टर मोबिलाइजर के रूप में ग्रामीणों को जागरूक कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जीविका के द्वारा एक मुट्ठी अनाज अभियान चलाया गया, जिसके तहत यह सुनिश्चित किया गया कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले दैनिक मजदूर भूखे पेट ना सोए।
वेबिनार में अतिथि वक्ता के रूप में शामिल एबीपी न्यूज़, कटिहार के संवाददाता निरंजन कुमार ने कहा कि कोविड-19 के दौर में बिहार में सुगमतापूर्ण चुनाव का संदेश केवल देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में जाएगा। चुनाव में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने को लेकर बहुत ज्यादा जोर दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि कोरोना के साथ लड़ाई में जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है और इससे ही कोरोना को हराया जा सकता है।
वेबिनार का संचालन एफओबी, भागलपुर के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी अभिषेक कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन एफओबी, गया के क्षेत्रीय प्रचार सहायक बुलंद इकबाल ने किया। वेबिनार में रीजनल आउटरीच ब्यूरो, पटना के निदेशक विजय कुमार सहित विभिन्न एफओबी कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारी और आम श्रोता शामिल हुए।
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