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हम अपने वैभवशाली इतिहास को दोहराने के लिए शस्त्र पूजन करते हैं – महेंद्र

रणधीर दुबे

पाटन – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पाटन इकाई ने किया शस्त्र पूजन जिसके मुख्य वक्ता झारखंड प्रांत के ग्राम विकास प्रमुख महेंद्र जी उपस्थित हुए। मुख्य अतिथि समाजसेवी फुलेंद्र प्रसाद व खंड कारवाह छोटू कुमार भी मंच पर विराजमान थे। सभी ने शस्त्र पूजन किया, कार्यक्रम की शुरुआत संघ के प्रार्थना के साथ हुई तत्पश्चात फुलेंद्र प्रसाद ने सभी स्वयंसेवकों को का मान बढ़ाते हुए कहा कि आप सभी समाज के हित के लिए जिस तरीके से दिन रात मेहनत करते हैं इस प्रकार हमसे जो बन पड़ेगा आप सभी के लिए हम सहयोग करने के लिए दिन-रात तत्पर रहेंगे।
मुख्य वक्ता महेंद्र जी ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि आखिर यह शस्त्र पूजन हम सभी क्यों करते हैं? इस गुढ विषय को जानना आवश्यक है। क्योंकि हम सभी भारतवासी भारत माता की कोई साधारण संतान नहीं है हां यह बात अलग है की समय और कल के साथ हम आतताइयों के द्वारा इतने दबा दिए गए की अपने गौरवशाली गाथा को भूल गए हैं। लेकिन फिर भी हिंदू समाज जागा है और अब उसके अनुकूल परिस्थितियों बदली हैं। शस्त्र पूजन का उद्देश्य यह होता है कि हम आसुरी शक्तियों को अपनी सज्जनता से परास्त करें, उसके लिए हम सभी को संगठित होना होगा ।क्योंकि जब तक संपूर्ण देश में भाषा जाति और क्षेत्र के नाम पर अलग-अलग विचार होंगे तब तक समूचा देश एक नहीं हो सकता है। यही कारण है कि हमारा देश कई बार बंटता चला गया और आज भी हमारे देश में कुछ ऐसे असामाजिक तत्व हैं जो जो देश को बांटने की लगातार साजिश करते रहते हैं। हम सभी को बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए कामना करनी चाहिए शस्त्र पूजन का मूल उद्देश्य यही है। हम अपने इतिहास से यह सीख ले सकते हैं कि जब भगवान श्री राम ने सबके सहयोग से आसुरी शक्ति रावण को पराजित किया क्योंकि रावण ने समूची दुनिया का वैभव श्रीलंका में ले जाकर के स्थापित कर दिया था, उसकी लंका भी सोने की थी। लेकिन रावण को पराजित करने के बाद भी भगवान श्री राम ने लंका पर अपना अधिकार नहीं माना, बल्कि लंका वासी विभीषण को उनका राज्य सौंप कर स्वेच्छा से चले आए। क्योंकि उनका उद्देश्य वैभव और संपदा को हड़पने का नहीं था। बल्कि आसुरी प्रवृत्ति को समाप्त कर धर्म की स्थापना करना था। वैसे ही आज हमारे देश में भी कुछ आसुरी शक्तियां लगी रहती हैं लेकिन समय और काल के साथ परिस्थितियों बदली और अब जेएनयू जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में भारत तेरे टुकड़े होंगे का नारा लगाने वाला कोई नहीं है। आक्रांताओं ने हमेशा भारत के स्वाभिमान, आस्था, धर्म पर कुठाराघात करने का काम किया है जिसे हम सभी को याद रखना चाहिए ताकि मन में कभी ऐसी भावना न पनपे कि हम सभी केवल शोषित होने के लिए ही बने हैं। हमारा इतिहास परम गौरवशाली रहा है दुनिया हमारी गौरव गाथा गाति रही है और हम सभी स्वयंसेवकों का उद्देश्य भी भारत को फिर से परम वैभव तक पहुंचना ही होना चाहिए। मौके पर झारखंड प्रांत के शारीरिक शिक्षण सह प्रमुख अवधेश मेहता, पलामू विभाग के शारीरिक शिक्षण प्रमुख उमाकांत प्रजापति, जिला सहकार्यवाह गोविंदा प्रसाद, पाटन खंड सह कार्यवाह सत्येंद्र कुमार रवि, संस्कार भारती के जिला सह मंत्री आशुतोष पांडे, राजीव पांडे, हिमाचल कुमार, पाटन पश्चिम के जीप सदस्य संग्राम सिंह, दीपक, सुमन, जितेंद्र प्रसाद, नवेंदु मिश्र व पाटन छतरपुर विधानसभा क्षेत्र की उम्मीदवार सह भाजपा पलामू के जिला मंत्री चंद्रमा कुमारी, सामाजिक सद्भाव के खंड प्रमुख अजय सिंह, नावा जयपुर मंडल के उपेंद्र वर्मा, दीपक समेत सैकड़ो स्वयंसेवक उपस्थित थे। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया।

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