विकास के आंकड़ों पर जादूगरी करने वाली सरकार अब मौत के आंकडे छिपा रही : विजय सिन्हा
त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-बिहार में शिक्षकों की भारी कमी, 19 फीसदी स्कूलों में मात्र 3 शिक्षक : विजय सिन्हा । बिहार विधान मंडल के नेता प्रतिपक्ष ने बुधवार को प्राकृतिक आपदा लू से हुई लोगों की मौत पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि इस साल लू से राज्य में कई लोगों की मौत हो गई है लेकिन विकास के आंकड़ों की बाजीगरी करने वाली सरकार अब मौत के आंकड़े भी छिपा रही है।
प्रदेश कार्यालय में सहयोग कार्यक्रम में लोगों की शिकायत सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में मौत के आंकड़ों को छिपाकर सरकार लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर पा रही है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग संभल नहीं रहा है लेकिन देश संभालने निकल रहे हैं।
उन्होंने शिक्षा की बदतर हालत की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में शिक्षकों की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि राज्य के 19 प्रतिशत स्कूलों में मात्र तीन शिक्षक हैं जबकि माध्यमिक स्कूलों में 30 फीसदी स्कूलों में सभी विषय के शिक्षक नहीं हैं।
लखीसराय के विधायक श्री सिन्हा ने कहा कि प्रावधान के मुताबिक 30 विद्यार्थी पर एक शिक्षक होना चाहिए लेकिन बिहार में यह अनुपात 312 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक का है। विज्ञान विषयों पर यह अनुपात 150 छात्रों पर एक शिक्षक जबकि सोशल साइंस विषय पर 204 छात्रों पर एक शिक्षक का है।
श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य और शिक्षा बदहाल है। कानून व्यवस्था की स्थिति अब जगजाहिर है।
उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार के कारण आराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का आलम यह है कि 1717 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा पुल पानी में बह गया। 1650 करोड़ का एंबुलेंस घोटाला सामने आ गया। सरकार कोई जवाब देने को तैयार नहीं है। कोर्ट से राहत पाने की उम्मीद में है।
उन्होंने कहा कि जहानाबाद जदयू सांसद के परिवार की कंपनी पशुपति नाथ डिट्रीब्यूटर प्रा लि को नियम में बदलाव कर टेंडर दे दिया गया।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, नगर विकास जैसे कई विभाग है जहां लूट मची है। 50 प्रतिशत कमीशन खोरी हुआ है। अगर निष्पक्ष जांच हो तो सब सामने आ जाएगा।
श्री सिन्हा ने कहा कि अब बिहार की जनता सजग हो गई है और भ्रष्टाचारियों को गद्दी छोड़ना पड़ेगा।