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आगवानी घाट -सुल्तानगंज पुल गिरने की सीबीआई, पटना हाई कोर्ट के सिटिंग जज से हो जांच : विजय सिन्हा

आगवानी घाट -सुल्तानगंज पुल गिरने की सीबीआई, पटना हाई कोर्ट के सिटिंग जज से हो जांच : विजय सिन्हा

त्रिलोकी नाथ प्रसाद। बिहार विधानमंडल में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शनिवार को बिहार सरकार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि सरकार चोर की दाढी मे तिनका वाली कहावत चरितार्थ करते हुए सीबीआई और हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने के मांग को नजर अंदाज कर अब विभागीय जांच कराकर खानापूर्ति का खेल शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि आगवानी घाट – सुलतानगंज पुल पानी में बह गया।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में श्री सिन्हा ने कहा कि कमीशनखोर सरकार की पोल खुल रही तो पुलों का स्ट्रकचरल आडिट कर भ्रष्टाचारियों को बचाने का बड़ा खेल की तैयारी शुरू कर दी गई है।

उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि एज वील ड्राइंग सभी पुलों को सरकार पहले क्यों नही जांच करवाई। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि पुल का लाईफ कितने वर्ष का है।

उन्होंने कहा कि पुलों का ड्राइंग निगम कार्यालय में उपलब्ध है या नहीं उसका भी जबाब सरकार को देना चाहिए। इस विभाग के शीर्ष पर बैठने वाले की भी जिम्मेदारी सरकार तय करे।

उन्होंने लालू प्रसाद को बड़ा भाई बताते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में काम से वास्ता था ही नहीं लेकिन छोटे भाई (नीतीश कुमार) इंजीनियरिंग ज्ञान के ज्ञाता थे फिर इस तरह की गड़बडी हड़बड़ी में नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यह योजनाबद्ध ढंग से कई विभाग के अंदर घोटाला है।

श्री सिन्हा ने कहा कि जब उप मुख्यमंत्री तेजस्वी जी विपक्ष में थे तब प्राक्क्लन घोटाल सहित 70 घोटाला की सूची सदन में लहराते थे, लेकिन अब एक भी जाँच क्यों नही करा रहे है ?

उन्होंने कहा कि क्या उनकी हिस्सेदारी तय हो जाने के कारण मौन है।

उन्होंने कहा कि पुल किस तकनीक वह तय ड्राइंग प्राक्क्लन से बना है या नहीं। विभाग के तकनीकी पदाधिकारी कब जाँच किए और इनके पास उनकी भी जिम्मेदारी तय करनी चाहिए।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि निर्माण करने वाली एजेंसी पर स्ट्रकचरल आदि रिपोर्ट के आधार पर सरकार जब कार्रवाई करेगीं तो क्या उनकों जो काम मिला है उसपर भी रोक लगायेगी।

उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यो में देख-रेख करने वाले तकनीकी अभियंता और पदाधिकारी की सूची सरकार को बनानी चाहिए और इनकी सम्पति की जाँच करा कर जिम्मेदारी भी तय करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि निविदा प्रक्रिया में बड़ा घोटाला है एस.पी सिंगला कम्पनी के लोगों के द्वारा ही अपने हिसाब से निविदा पेपर तैयार करायी जाती हैं ताकि सरकार के चहेते एस.पी सिंगला को काम आवंटित हो सके। इसकी भी जाँच आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि कंपनी के बैंक आकाउट भी जाँच हो ताकि कमीशन की राशि का खुलासा हो सके।

उन्होंने बिहार की जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर आपकी नजर में कही भी इस प्रकार की घोटाला और भ्रष्टाचार की जानकारी और साक्ष्य हो तो मेरे मोबाईल नं- 9431011811 पर मुझे सूचना दे भाजपा जनता के पक्ष में घोटाला और भ्रष्ट्राचार के खिलाफ अभियान जारी रखेगी।

इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ शंभू प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट कार्यालय मंत्री सत्यपाल नवरत्म उपस्थित रहे

पटना, 10 जून। बिहार विधानमंडल में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शनिवार को बिहार सरकार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि सरकार चोर की दाढी मे तिनका वाली कहावत चरितार्थ करते हुए सीबीआई और हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने के मांग को नजर अंदाज कर अब विभागीय जांच कराकर खानापूर्ति का खेल शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि आगवानी घाट – सुलतानगंज पुल पानी में बह गया।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में श्री सिन्हा ने कहा कि कमीशनखोर सरकार की पोल खुल रही तो पुलों का स्ट्रकचरल आडिट कर भ्रष्टाचारियों को बचाने का बड़ा खेल की तैयारी शुरू कर दी गई है।

उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि एज वील ड्राइंग सभी पुलों को सरकार पहले क्यों नही जांच करवाई। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि पुल का लाईफ कितने वर्ष का है।

उन्होंने कहा कि पुलों का ड्राइंग निगम कार्यालय में उपलब्ध है या नहीं उसका भी जबाब सरकार को देना चाहिए। इस विभाग के शीर्ष पर बैठने वाले की भी जिम्मेदारी सरकार तय करे।

उन्होंने लालू प्रसाद को बड़ा भाई बताते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में काम से वास्ता था ही नहीं लेकिन छोटे भाई (नीतीश कुमार) इंजीनियरिंग ज्ञान के ज्ञाता थे फिर इस तरह की गड़बडी हड़बड़ी में नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यह योजनाबद्ध ढंग से कई विभाग के अंदर घोटाला है।

श्री सिन्हा ने कहा कि जब उप मुख्यमंत्री तेजस्वी जी विपक्ष में थे तब प्राक्क्लन घोटाल सहित 70 घोटाला की सूची सदन में लहराते थे, लेकिन अब एक भी जाँच क्यों नही करा रहे है ?

उन्होंने कहा कि क्या उनकी हिस्सेदारी तय हो जाने के कारण मौन है।

उन्होंने कहा कि पुल किस तकनीक वह तय ड्राइंग प्राक्क्लन से बना है या नहीं। विभाग के तकनीकी पदाधिकारी कब जाँच किए और इनके पास उनकी भी जिम्मेदारी तय करनी चाहिए।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि निर्माण करने वाली एजेंसी पर स्ट्रकचरल आदि रिपोर्ट के आधार पर सरकार जब कार्रवाई करेगीं तो क्या उनकों जो काम मिला है उसपर भी रोक लगायेगी।

उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यो में देख-रेख करने वाले तकनीकी अभियंता और पदाधिकारी की सूची सरकार को बनानी चाहिए और इनकी सम्पति की जाँच करा कर जिम्मेदारी भी तय करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि निविदा प्रक्रिया में बड़ा घोटाला है एस.पी सिंगला कम्पनी के लोगों के द्वारा ही अपने हिसाब से निविदा पेपर तैयार करायी जाती हैं ताकि सरकार के चहेते एस.पी सिंगला को काम आवंटित हो सके। इसकी भी जाँच आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि कंपनी के बैंक आकाउट भी जाँच हो ताकि कमीशन की राशि का खुलासा हो सके।

उन्होंने बिहार की जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर आपकी नजर में कही भी इस प्रकार की घोटाला और भ्रष्टाचार की जानकारी और साक्ष्य हो तो मेरे मोबाईल नं- 9431011811 पर मुझे सूचना दे भाजपा जनता के पक्ष में घोटाला और भ्रष्ट्राचार के खिलाफ अभियान जारी रखेगी।

इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ शंभू प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट कार्यालय मंत्री सत्यपाल नवरत्म उपस्थित रहे

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