किशनगंज : जदयू कार्यकर्ताओं ने मनाया पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का 121वां जयंती
अपने पूरे राजनीतिक जीवन में वे ग्रामीण भारत के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे, जब भी उन्हें अवसर मिला उन्होंने इसके लिए ठोस कदम उठाए। धरती पुत्र के इस योगदान के लिए ग्रामीण भारत सदैव ऋणी रहेगा: मुजाहिद आलम

किशनगंज, 23 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, इंसान स्कूल रोड स्तिथ जिला जदयू कार्यालय में देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के 121वें जयंती शनिवार को जदयू जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम के नेतृत्व में मनाया गया। पूर्व विधायक सह जदयू जिलाध्यक्ष मुजाहिद आलम ने कहा कि यह दिवस पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की जन्म दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष 23 दिसंबर को मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि चौधरी चरण सिंह का जन्म मेरठ के हापुड़ में नूरपुर गांव में जाट परिवार में 23 दिसंबर 1902 को हुआ था। वैसे तो करियर के तौर शुरुआत उन्होंने वकालत से की लेकिन गांधी जी के स्वतंत्रता आंदोलन में ही भाग लेते हुए वे राजनीति में प्रवेश कर गए थे। लेकिन उससे पहले ही वे गाजियाबाद से आर्य समाज में सक्रिय हो गए थे गांव की आर्थिक प्रगति के लिए चौधरी चरण सिंह लघु एवं विकेंद्रित उद्योगों के हिमायती थे। उनका मानना था कि कृषि मजदूरों एवं अन्य लाखों गरीब किसानों एवं ग्रामीण बेरोजगारों की आय बढ़ाने के लिए कृषि आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन देना अति आवश्यक है। ग्रामीण भारत के मुद्दे और देश के विकास की दिशा स्वतंत्रता के सात दशक बाद भी कमोवेश यथावत है। 1991 में शुरू किए गए आर्थिक सुधारों के कार्यक्रमों के बाद देश में आर्थिक विकास तो तेजी से हो रहा है, लेकिन विकास की इस प्रक्रिया में गांव, किसान और खेती हाशिए पर आ गये है। आज किसान राजनीति जाति, धर्म, क्षेत्र या अन्य भावुक मुद्दों में उलझकर रह गई है। चाहे संसद हो या विधान मंडल, कहीं भी किसानों की आवाज सुनने वाला कोई नहीं है। ऐसी
स्थिति में चौधरी चरण सिंह की ग्राम और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था और कृषक लोकतंत्र की संकल्पना की आज भी सार्थकता है। चौधरी चरण सिंह गांव के विकास के लिए सरकारी सेवाओं में किसानों की संतानों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण के समर्थक थे। उनका मानना था कि हमारे राज्य या देश की परिस्थितियों में कोई भी व्यक्ति सच्चे अर्थों में लोगों की सेवा तब तक नहीं कर सकता जब तक कि वह गांव को और ग्रामीणों की समस्याओं से वास्तविक रूप में रूबरू न हो। पूर्व विधायक सह जदयू जिलाध्यक्ष मुजाहिद आलम ने बताया कि अपने पूरे राजनीतिक जीवन में वे ग्रामीण भारत के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे, जब भी उन्हें अवसर मिला उन्होंने इसके लिए ठोस कदम उठाए। धरती पुत्र के इस योगदान के लिए ग्रामीण भारत सदैव ऋणी रहेगा। इस अवसर पर जदयू जिला महासचिव रियाज अहमद, डा. नजीरुल इस्लाम, किसान प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष नूर इस्लाम नूरी, नगर अध्यक्ष डा. नूर अहमद, कमाल अंजुम सहित दर्जनों जदयू कार्यकर्ता मौजूद रहे।