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केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बंशीधर नगर महोत्सव समारोह का उद्घाटन करने की सहमति प्रदान की – सांसद

केवल सच – नई दिल्ली

नई दिल्ली में  पलामू सांसद विष्णु दयाल राम ने माननीय राज्यमंत्री संसदीय कार्य एवं संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार,  अर्जुन राम मेघवाल  से मुलाकात कर पलामू संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत गढ़वा जिला के श्री बंशीधर नगर में दिनांक 8 एवं 9 अप्रैल 2023 को आयोजित दो दिवसीय श्री बंशीधर महोत्सव समारोह का उद्घाटन करने का अनुरोध किया।

श्री राम ने उन्हें बताया कि पलामू के अंतर्गत दो जिले आते है पलामू एवं गढ़वा। गढ़वा जिला झारखण्ड राज्य के उत्तर पश्चिम में स्थित है और बिहार का रोहतास, उत्तर प्रदेश का सोनभद्र और छतीसगढ़ का सरगुजा जिलों की सीमाएं इससे लगती है इसलिए इसे कभी गेटवे आंफ छोटानागपुर कहा जाता था। झारखण्ड की राजधानी रांची से गढ़वा जिले की दूरी 205 किलोमीटर है। गढ़वा से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर नगर उंटारी अनुमंडल स्थित है जहाॅ पर शताब्दियों प्राचीन श्री वंशीधर मंदिर अवस्थित है। इस मंदिर में राधा एवं कृष्ण की साढे चार फीट उंची और बतीस मन की स्वर्ण निर्मीत एक अत्यंत मोहक प्रतिमा विराजमान है। यह अद्भुत प्रतिमा भूमि में गड़े शेषनाग के फन पर निर्मीत चैबीस पंखुडियों वाले विशाल कमल पर विराजमान है, नगर उंटारी राज परिवार के संरक्षण में यह वंशीधर मंदिर देश-विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहा है, कई दशकों से यहाॅ प्रतिवर्ष फाल्गुन महीने भर यहाॅ आकर्षक एवं विशाल मेला लगता आ रहा है। मंदिर के प्रस्तर लेख और उसके पुजारी के अनुसार सम्वत् 1885 में नगर उंटारी के महाराजा भवानी सिंह की विधवा रानी शिवमानी कुवंर ने लगभग बीस किलोमीटर दूर शिवपहरी पहाड़ी में दबी पड़ी इस कृष्ण प्रतिमा के बारें में स्वप्न देख कर जाना, इतिहासकार ऐसा अनुमान लगाते है कि यह प्रतिमा मराठो के द्वारा बनवाई गई होगी जिन्होंने वैष्णव धर्म का काफी प्रचार किया था और मूर्तियाॅ भी बनवाई थी, मुगलों के आक्रमण से बचाने के लिए मराठों ने इसे शिवपहरी पहाड़ी की कंदराओं में छुपा दिया था।

उल्लेखनीय है कि साठ एवं सत्तर के दशक में बिरला ग्रुप ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था, आज भी श्री वंशीधर की प्रतिमा कला के दृष्टिकोण से अतिसुन्दर एवं अदिूतीय है, बिना किसी रसायन के प्रयोग या अन्य पाॅलिस के प्रतिमा की चमक पूर्ववत है। नगर उंटारी प्रखंड का श्री वंशीधर मंदिर देश-विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहा है। नगर उंटारी गढ़ के मुख्य द्वार के पास स्थित मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की चार फीट उंची और 32 मन वजनी (1280 किलो) प्रतिमा भक्तों का मन मोह लेती है। पहली बार यहाॅ वर्ष 2017 एवं 2018 में मेरी पहल पर श्री वंशीधर महोत्सव मनाया गया था। हजारों की संख्या में लोंगो ने गण्मान्य लोंगो के साथ शिरकत की। इसे झारखंड सरकार द्वारा राजकीय महोत्सव घोषित किया जा चुका है। इसके साथ-साथ नगर उंटारी स्थित श्री बंशीधर मंदिर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए झारखण्ड सरकार एवं गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मेरे अनुरोध पर उक्त स्थान का नाम जो पहले नगर उंटारी था उसे बदल कर श्री बंशीधर नगर किया है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण वर्ष 2019, 2020, 2021 एवं 2022 में उक्त महोत्सव का आयोजन नहीं हो पाया था। पुनः इस वर्ष दिनांक 8 एवं 9 अप्रैल 2023 को दो दिवसीय श्री बंशीधर महोत्सव समारोह का आयोजन किया जा रहा है।

माननीय सांसद ने बताया कि मेरे अनुरोध पर माननीय राज्यमंत्री  अर्जुन राम मेघवाल  ने दिनांक 8 अप्रैल 2023 को श्री बंशीधर महोत्सव का उद्घाटन करने की सहमति प्रदान कर दी है। उम्मीद है कि बहुत जल्द उनका कार्यक्रम जिला प्रशासन को उपलब्ध हो जाएगा।

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