किशनगंज में नि:शुल्क शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन, अब्दुल्लाह और नूमा नाज बने विजेता
बालकों और बालिकाओं में दिखा जबरदस्त उत्साह, 100 से अधिक विद्यार्थियों ने लिया भाग

किशनगंज,15जुलाई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिला शतरंज संघ के तत्वावधान में और उसके लर्निंग पार्टनर चेस क्रॉप्स के सहयोग से मंगलवार को सुभाष पल्ली स्थित हेरिटेज इंटरनेशनल स्कूल में छात्र-छात्राओं के बीच नि:शुल्क शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने बौद्धिक कौशल का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता में अब्दुल्लाह और नूमा नाज रहे अव्वल
बालक वर्ग में अब्दुल्लाह ने और बालिका वर्ग में नूमा नाज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। बालकों में अदनान कौसर द्वितीय और शाबी अहमद तृतीय स्थान पर रहे। वहीं बालिकाओं में यामीना मुश्फिक ने दूसरा और कायनात प्रवीण ने तीसरा स्थान हासिल किया।
100 से अधिक प्रतिभागियों ने किया भाग
प्रतियोगिता में स्कूल के करीब 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया। उन्हें बालक एवं बालिका वर्ग में विभाजित कर मुकाबले कराए गए।
अन्य उल्लेखनीय प्रतिभागियों में —
बालक वर्ग से: आरिज अहमद, गौसुल वाड़ा, मूअद्दब, सोहेल अंसारी, तकरीम अहमद, अमन राही, मोहम्मद आदिन अकदस, यश राज, आहिल राजा, सैयद अंसारी, यशस्वी, आकिब रहमानी और रेहान अंसारी।
बालिका वर्ग से: जसरा रहमानी, रफा रहमानी, जिक्रा खान, फात्मा नसरीन, अंशु कुमारी, मलिका सबा और हिफ्जा सफी असगर।
शतरंज मानसिक विकास का सशक्त माध्यम — विद्यालय निर्देशक
कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय के निर्देशक जवादूल हक ने किया। उन्होंने कहा, “शतरंज बच्चों के मानसिक विकास का एक प्रभावशाली माध्यम है। यह तार्किक सोच, निर्णय क्षमता और दूरदर्शिता को बढ़ावा देता है।” उन्होंने विद्यार्थियों से पढ़ाई के साथ-साथ बौद्धिक खेलों को भी महत्व देने की अपील की।
संघ और आयोजकों की भूमिका
संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता और आयोजन सचिव व चेस क्रॉप्स प्रमुख कमल कर्मकार ने प्रतियोगिता को सफल बताते हुए बताया कि बच्चों में गहरी रुचि और उत्साह देखने को मिला।
संयोजक और जिला संघ के संयुक्त सचिव निरोज खान ने सभी प्रतिभागियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
विद्यालय प्रशासन ने जताया आभार
विद्यालय के प्राचार्य इंजीनियर अब्दुल हादी और प्रशासक प्रभारी तनीम खातून ने जिला शतरंज संघ और चेस क्रॉप्स का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, “ऐसे आयोजन न केवल बच्चों को बौद्धिक रूप से मजबूत करते हैं, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और नेतृत्व की दिशा में भी प्रेरित करते हैं।”