पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत गठित जिला-स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक आयोजित की गई।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-इस बैठक में नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर, वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री अम्बरीष कुमार मल्ल, पुलिस अधीक्षक यातायात श्री अनिल कुमार एवं अन्य भी उपस्थित थे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन के प्रति सभी भागीदारों (स्टेकहोल्डर्स) को सजग, तत्पर तथा प्रतिबद्ध रहना पड़ेगा। अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए सबको सक्रिय रहना होगा। कार्य योजना के अनुसार वैधानिक प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए ताकि वायु की गुणवता में सुधार हो।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा जिले वासियों से अपील की गई कि शादी-विवाह एवं हर्षोल्लास के अन्य मौके पर पटाखों का प्रयोग न करें। पर्यावरण प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए जनवरी के महीने तक कोई पटाखा ना छोड़ें।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि खेतों में पराली जलाने के आरोप में 20 किसानों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है। उन्होंने पदाधिकारियों को फसल अवशेष प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया। सभी किसान बंधुओं से अपील की गई कि खेतों में पराली न जलाएँ।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला परिवहन पदाधिकारी को सघन जाँच अभियान चलाकर वाहनों के प्रदूषण अंडरकंट्रोल प्रमाण-पत्र की जाँच करने एवं कार्रवाई करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि 15 साल से अधिक व्यावसायिक एवं अन्य सभी गाड़ियों के परिचालन पर रोक है। इसे सुनिश्चित कराएँ। उन्होंने कहा कि दूध परिचालन करने वाली गाड़ियों का भी नियमित तौर पर जाँच करें कि वह कितनी पुरानी है एवं प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित कर रही है कि नहीं। यदि मानकों का उल्लंघन पाया जाता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाए।
डीएम डॉ. सिंह ने सभी संबद्ध पदाधिकारियों को पर्यावरण सुरक्षा हेतु मिशन मोड में काम करने का निदेश दिया। चिन्ह्ति 39 स्थानों पर वाटर फाउण्टेन क्रियाशील रखें। फ्लाई ओवर या भवन निर्माण के कार्य को चारों तरफ से ढककर कराया जाए ताकि उससे उड़ने वाले धूलकन से प्रदूषण न फैले। जिला खनन कार्यालय तथा पटना नगर निगम द्वारा टीम गठित कर सड़क किनारे बालू एवं अन्य निर्माण सामग्रियों की वैधता की जाँच तथा खुले में परिवहन पर रोक लगाना सुनिश्चित करें। बालू मिट्टी इत्यादि निर्माण सामग्रियों के खुले में परिवहन पर रोक को सुनिश्चित करें।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला परिवहन पदाधिकारी को सभी वाहन उत्सर्जन जाँच केन्द्रों को क्रियाशील रखने का निदेश दिया। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाने का निदेश दिया ताकि बच्चों के माध्यम से समाज में पर्यावरण सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता प्रसारित की जा सके।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण हेतु अल्पकालीन एवं दीर्घकालीन उपायों को इन्फोर्स करना जनहित में आवश्यक है। हम सभी को पर्यावरण सुरक्षा हेतु संवेदनशीलता प्रदर्शित करनी पड़ेगी।
डीपीआरओ, पटना