अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार जहानाबाद की युवा इकाई प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ जहानाबाद के द्वारा लगातार 213वें रविवासरीय साप्ताहिक पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन मखदुमपुर प्रखंड के सागरपुर गांव में सत्येंद्र कुमार के निजी जमीन पर किया गया।

नवीन कुमार रोशन/ पौधरोपण कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र के सस्वर उच्चारण एवं पौधों का पूजन कर किया गया। इस पावन अवसर पर उपस्थित सत्येन्द्र कुमार जी( सेवानिवृत महाप्रबंधक, सर्तकता, कोल इंडिया) ने वृक्षारोपण का महत्व बताते हुए कहा कि पेड़ प्रकृति का सबसे अनमोल उपहार है। वे न केवल धरती को हरा-भरा और सुंदर बनाते हैं, बल्कि जीवन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन भी प्रदान करते हैं। पेड़ों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती, क्योंकि वे मनुष्य, पशु-पक्षी और पूरे पर्यावरण के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे वायुमंडल शुद्ध होता है और जलवायु का संतुलन बना रहता है। पेड़ केवल पर्यावरण के लिए ही नहीं, बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ग्रामीण और वन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की आजीविका पेड़ों और वनों पर ही निर्भर होती है। पेड़ जैव विविधता को बनाए रखने में भी मदद करते हैं। अनेक पक्षी,जानवर और कीट-पतंगें पेड़ों पर ही आश्रित होते हैं और उनके बिना उनका अस्तित्व संकट में पड़ सकता है।इसके अलावा,पेड़ों का सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शहरों में जब पेड़ लगाए जाते हैं तो वे न केवल गर्मी को कम करते हैं, बल्कि वातावरण को शांत और मनोहर बनाते हैं। पार्कों में लगे पेड़ लोगों को योग, ध्यान और व्यायाम के लिए प्रेरित करते हैं, जिससे मानसिक तनाव कम होता है। वृक्षारोपण जैसे सामाजिक कार्यक्रमों से लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ती है और समाज में एकता और सहयोग की भावना उत्पन्न होती है।
आज बढ़ते शहरीकरण, औद्योगीकरण और जनसंख्या वृद्धि के कारण तेजी से पेड़ काटे जा रहे हैं, जिससे पर्यावरण असंतुलित हो रहा है और प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं। यदि हमने समय रहते पेड़ों के महत्व को नहीं समझा तो इसका गंभीर खामियाजा पूरी मानव जाति को भुगतना पड़ सकता है। इसलिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए और उनकी देखभाल करनी चाहिए। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अगली पीढ़ी को एक स्वच्छ,सुंदर, सुरक्षित और संतुलित पर्यावरण प्रदान करें। “वृक्ष है तो जीवन है” – इस भावना को समझकर हमें प्रकृति के इस अमूल्य खजाने की रक्षा करनी चाहिए। वृक्षारोपण जैसे पुण्य कार्यक्रम में शामिल होकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। गायत्री परिवार के द्वारा मंत्र चादर, सदसाहित्य एवं प्रज्ञा अभियान पाक्षिक देकर सम्मानित ही किया गया।
इस अवसर पर प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ के रंगेश कुमार, श्यामनारायण कुमार, प्रवीण कुमार, अभय कुमार, अभिषेक कुमार, रामानंद शर्मा, धर्मेंद्र कुमार,शिशुपाल सिंह, सुमंत शर्मा, विनोद कुमार,विजय कुमार, खैरा नर्सरी के संचालक सुमन जी एवं अन्य लोग उपस्थित थे।