किशनगंज : राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चार बच्चों को पटना रेफर, मुफ्त इलाज से मिला नया जीवन
इन बच्चों को जन्मजात हृदय रोग, क्लबफुट, त्वचा संक्रमण और मिर्गी जैसी जटिल बीमारियों का सामना करना पड़ रहा था। सरकारी योजना के तहत इनका इलाज पूरी तरह निःशुल्क होगा
किशनगंज, 10 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के अंतर्गत सदर अस्पताल से चार गंभीर रूप से बीमार बच्चों को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया। इन बच्चों को जन्मजात हृदय रोग, क्लबफुट, त्वचा संक्रमण और मिर्गी जैसी जटिल बीमारियों का सामना करना पड़ रहा था। सरकारी योजना के तहत इनका इलाज पूरी तरह निःशुल्क होगा।
मंगलवार को सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का उद्देश्य 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को गंभीर बीमारियों का निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराना है। इसके तहत जन्मजात विकार, विकलांगता, विकास संबंधी समस्याओं और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त बच्चों को चिह्नित कर उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थानों में रेफर किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री सात निश्चय कार्यक्रम के तहत चल रही है, जो समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्तियों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का प्रयास है।
जिलाधिकारी विशाल राज ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के हर जरूरतमंद तक पहुंचे, इसके लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों और अधिकारियों को सक्रियता से काम करना चाहिए। उन्होंने जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि उनके बच्चे को किसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ रहा है, तो वे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत निःशुल्क इलाज से बच्चों के अभिभावकों में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है।
यह पहल न केवल बच्चों को नया जीवन दे रही है, बल्कि समाज में जागरूकता भी फैला रही है। आरबीएसके की टीम, जिसमें डाक्टर, एएनएम और फार्मासिस्ट शामिल हैं, प्रखंड और जिला स्तर पर नियमित रूप से भ्रमण कर बच्चों को चिह्नित करती है। इन चार बच्चों को स्क्रीनिंग के बाद इलाज के लिए पटना रेफर किया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक डा. मुनाजिम ने बताया कि इलाज के लिए बच्चों और उनके एक अभिभावक को यात्रा और इलाज की पूरी सुविधा प्रदान की जा रही है।