मुद्दों के अभाव में झूठे क्रेडिट की राजनीति कर रहे हैं तेजस्वी, जनता सिखाएगी सबक – उमेश सिंह कुशवाहा
मुकेश कुमार/बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि तेजस्वी के पास न तो कोई मुद्दा है, न ही अपने माता-पिता के 15 वर्षों के कार्यकाल की कोई महत्वपूर्ण उपलब्धि। ऐसे में, वे अब झूठे क्रेडिट के सहारे राजद की राजनीति को जीवित रखने की निरर्थक कोशिश कर रहे हैं, जो कि उनकी बौखलाहट और सत्ता के प्रति बेचैनी को दर्शाता है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में 15 वर्षों तक राजद और देश में करीब 55 वर्षों तक कांग्रेस का शासन रहा, लेकिन न तो इन दोनों दलों ने बिहार में जातीय गणना की पहल की, और न ही राष्ट्रीय स्तर पर इसकी कोई गंभीर कोशिश की। परंतु जब माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार में साहसिक कदम उठाकर जातीय गणना को अंजाम दिया और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में जातीय जनगणना कराने का ऐतिहासिक निर्णय लिया, तो राजद सहित तमाम विपक्षी दल झूठा श्रेय लेने की होड़ में छटपटा रहे हैं, लेकिन जागरूक जनता अब इनके दोहरे चरित्र और राजनीतिक पाखंड को भलीभांति समझ चुकी है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि लोकसभा एवं विधानसभा उपचुनावों के दौरान भी तेजस्वी यादव ने बार-बार झूठ का सहारा लेकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन चुनाव परिणामों ने स्पष्ट रूप से दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। तेजस्वी यादव को यह बात गांठ बांध लेनी चाहिए कि अब प्रदेश की जनता पूरी तरह सजग और सतर्क हो चुकी है। झूठ और भ्रम फैलाकर उसे बरगलाने का कोई भी नापाक मंसूबा अब सफल नहीं होगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने बीते 20 वर्षों में ‘‘न्याय के साथ विकास’’ की अवधारणा को धरातल पर उतारते हुए इसे एक नई दिशा और नया आयाम देने का कार्य किया है। इसके विपरीत, लालू-राबड़ी शासनकाल का मकसद केवल अपने परिवार की तिजोरी भरना और खास लोगों को फायदा पहुँचाना रहा। राजद के दामन पर जंगलराज, परिवारवाद और भ्रष्टाचार के गहरे दाग हैं, जिन्हें बिहार की जनता कभी नहीं भूल सकती।