गोरखपुर 22 जुलाई । कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा और सुरक्षा के लिए ‘‘उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’’ का वर्चुअल शुभारम्भ मा0 राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लोक भवन लखनऊ से किया गया।

उमेश कुमार कसेराकार्यक्रम का सजीव प्रसारण एवं स्वीकृति पत्र वितरण सर्किट हाउस एनेक्सी सभागार में आयोजित हुआ। जनपद के कुल 176 लाभार्थियों का चयन किया गया है। जिन्हें स्वीकृति पत्र वितरित करने के साथ ही रू0 4 हजार प्रतिमाह की दर से तीन माह जुलाई, अगस्त तथा सितम्बर का कुल रू0 12 हजार की धनराशि अभिभावको के खाते में भेजी जायेगी। इस मौके पर कुल 20 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र जनप्रतिनिधियो अपने हाथों से वितरित किया।
इस योजना के सम्बंध में बताया गया कि ऐसे सभी बच्चों जिनके माता/पिता अथवा दोनो की कोविड-19 महामारी के संक्रमण/प्रभाव से मृत्यु हो गयी है तथा इन बच्चों के कोई करीबी अभिभावक न हो अथवा होने के बाद वह उन्हे अपनाना न चाहे या अपनाने में सक्षम न हो के भरण पोषण, शिक्षा, सुरक्षा आदि की व्यवस्था हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान करना उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य है।
इस अवसर पर नगर विधायक डा0 राधा मोहन दास अग्रवाल ने बताया कि निराश्रित महिलाओ एवं बच्चों के पूनर्वास एवं संरक्षण हेतु सरकार पूर्णतः कटिबद्ध है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी का प्रकोप के कारण जिन बच्चो के माता-पिता की मृत्यु हो गयी है उनके माता पिता की कमी दूर नही किया जा सकता है लेकिन प्रदेश सरकार उन अनाथ बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा, सुरक्षा आदि की व्यवस्था हेतु उक्त योजना संचालित की है।
ग्रामीण विधायक विपिन सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत 0 से 10 वर्ष के आयु के बच्चों के वैद्य संरक्षण के खाते में रू0 4 हजार प्रतिमाह की दर से देय होगी। इसके अतिरिक्त ऐसे बच्चें जो पूर्णतः