किशनगंज : जच्चा-बच्चा की सुरक्षा को नई दिशा: किशनगंज में शुरू हुआ पोषण एवं औषधि युक्त ‘जच्चा-बच्चा किट’ वितरण अभियान
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने किया शुभारंभ, मातृत्व और नवजात सुरक्षा के लिए उठाया गया सशक्त कदम

किशनगंज,05 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, “स्वस्थ मां, स्वस्थ समाज की आधारशिला” – इसी सोच को साकार रूप देने के लिए किशनगंज में बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा ‘जच्चा-बच्चा किट’ वितरण योजना की शुरुआत की गई। इस अभिनव योजना का शुभारंभ सदर अस्पताल परिसर में सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी की अध्यक्षता में हुआ।
इस मौके पर डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. अनवर हुसैन, डीपीएम डॉ. मुनाजिम, डीपीसी विश्वजीत कुमार, एचएम, स्टाफ नर्स व स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे। कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रूप से 4 माताओं को जच्चा-बच्चा किट सौंपी गई।
मातृत्व के लिए संजीवनी
सिविल सर्जन डॉ. चौधरी ने बताया कि यह योजना जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (JSSK) के तहत चलाई जा रही है। इसका उद्देश्य है –
- मातृत्व को सुरक्षित बनाना
- संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन देना
- प्रसवोत्तर जटिलताओं को कम करना
- नवजातों को आरंभ से ही उचित पोषण व देखभाल देना
किट में पोषण, औषधि और सुरक्षा का समावेश
किट में मां के लिए जरूरी पोषक आहार जैसे –
➡️ 200 मि.ली. घी
➡️ 500 ग्राम चना सत्तू
➡️ 350 ग्राम ड्राई फ्रूट मिक्स
➡️ 350 ग्राम राइस खीर प्रीमिक्स,
➡️ 2 प्रोटीन बार
➡️ 3 पैकेट चटनी / पेस्ट शामिल हैं।
साथ ही मां के लिए जीवनरक्षक 13 औषधियां दी गई हैं, जिनमें Iron, Calcium, Multivitamins, Paracetamol, Metronidazole, Rabeprazole, आदि शामिल हैं।
नवजातों के लिए विशेष देखभाल
शिशु के लिए भी बुखार, गैस, नाक की सफाई और हड्डी मजबूत करने हेतु 4 आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे उसकी प्रारंभिक सेहत का संरक्षण हो सके।
सामाजिक सहभागिता होगी निर्णायक
डीपीएम डॉ. मुनाजिम ने कहा, “ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की माताएं अक्सर पोषण और दवाओं की कमी से जूझती हैं। यह किट उन्हें आवश्यक सहारा देगी।” उन्होंने कहा कि आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी – जो घर-घर जाकर इस योजना के लाभ की जानकारी देंगी।
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने कहा कि यह पहल मातृत्व के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाएगी और प्रसवोत्तर जटिलताओं में स्पष्ट कमी लाएगी।
मातृत्व को सम्मान, नवजीवन को सुरक्षा
यह किट सिर्फ एक पैकेज नहीं, बल्कि मां-बच्चे की सुरक्षा का कवच है। किशनगंज से शुरू हुई यह पहल, न सिर्फ जिले बल्कि राज्य भर में मातृ-शिशु स्वास्थ्य की दिशा में एक सशक्त बदलाव का संकेत है।