आइपीएल को लेकर जिले में सट्टेबाजी चरम पर…

किशनगंज आइपीएल को लेकर जिले में सट्टेबाजी चरम पर है।जैसे जैसे आइपीएल के मैच अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच रहे हैं वैसे वैसे सट्टेबाजी का दौर भी बढ़ता जा रहा है।हालांकि गत वर्ष आइपीएल सीजन के दौरान पुलिस द्वारा सट्टेबाजों के विरुद्ध की गई कार्रवाई के बाद इस वर्ष बुकी पुरी सतर्कता बरत रहे हैं।मोबाइल में एप के माध्यम से प्रति दिन करोड़ों की राशि दांव पर लगाई जा रही है। बुकियों के द्वारा छोटी रकम का लेन देन एप के माध्यम से किया जा रहा है।जबकि बड़ी रकम का लेन देन हवाला के माध्यम से धड़ल्ले से की जा रही है।गत वर्ष की पुलिसिया कार्रवाई से सबक लेते हुए इस वर्ष स्थानीय बुकी पुरी सतर्कता बरत रहे हैं।फर्जी मोबाइल नंबर के सहारे काले कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है।इसके लिए स्थानीय बुकियों के द्वारा पूरे जिले में ऐजेंट भी बहाल किये गए हैं। स्थानीय लोगों की माने तो स्थानीय बुकियों के तार सिलीगुड़ी, गुवाहाटी, दालकोला, पूर्णियां व कटिहार आदि के साथ दिल्ली, कोलकाता और मुंबई जैसे महानगरों से जुड़े हैं।वहीं आइपीएल के अंतिम चरण में पहुंच जाने के कारण सट्टेबाजी के भाव में भी जबरदस्त उछाल आया है।इलाके के सफेदपोशों के साथ बड़ी संख्या में युवाओं के भाग लेने के कारण बुकियों की चांदी कट रही है।जबकि आम जन हैरान और परेशान है।स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि गत वर्ष की गई पुलिसिया कार्रवाई के बाद जिले में सट्टेबाजी पर पूर्ण रूप से नियंत्रण हो जाएगा।लेकिन इस वर्ष पुन: सटोरिये सक्रिय हो गए हैं।बताते चलें कि पुलिस कप्तान कुमार आशीष के निर्देश पर टाउन थाना पुलिस ने गत वर्ष 24 मई को सट्टेबाजी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए धरमगंज निवासी अजीत सिंह उर्फ सूरज सिंह और बालमंदिर रोड निवासी मुकेश दुग्गल को गिरफ्तार किया था।तलाशी के दौरान आरोपित के घर से 11.48 लाख रुपये सहित डायरी, रजिस्टर, लैपटॉप, सीपीयू, डीभीआर आदि बरामद हुए थे।गिरफ्त में आए दोनों आरोपितों के साथ तीन अन्य के विरुद्ध टाउन थाना में आइपीसी की धारा 420, 120बी व जुआ अधिनियम के तहत कांड संख्या 357/18 दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था।
रिपोर्ट-धर्मेंद्र सिंह