किशनगंज : संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए शतप्रतिशत टीकाकरण की तैयारी, 258 स्थलों पर होगा टीकाकरण, 18+ के लाभार्थियों में दूसरे डोज से छूटे को भी कवर किए जाने का है लक्ष्य

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में बुधवार को संचालित होने वाले राज्यव्यापी टीकाकरण महाअभियान को लेकर सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के निर्देश पर अभियान की सफलता को लेकर पूरे जिले में मंगलवार को जागरूकता संबंधी विशेष गतिविधियों का आयोजन किया गया। घर-घर लोगों से संपर्क करते हुए उन्हें अभियान की जानकारी दी गयी। लोगों को संपूर्ण टीकाकरण के लिये प्रेरित व जागरूक किया गया। टीका लेने से इंकार करने वाले रिफ्यूजल इलाकों में शतप्रतिशत लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने के लिहाज से बुधवार को संचालित अभियान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग, जीविका व आईसीडीएस सहित संबंधित अन्य विभाग के समन्वय से इसे लेकर कारगर रणनीति बन कर तैयार है। संभावित तीसरी लहर को देखते हुए राज्य भर में ज्यादा से ज्यादा लोगों का सेकंड डोज का टीकाकरण सुनिश्चित किया जा रहा। उन्होंने कहा कि जिले में लोगों को महामारी से सुरक्षा प्रदान करने को ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करना सुनिश्चित करें। साथ ही बाहर से आने वाले यात्रियों का भी कोविड जाँच सुनिश्चित की जाए। इसी परिपेक्ष में जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने जिला स्तरीय स्वास्थ्य विभाग के सभी पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा मेगा कैंप के माध्यम से जिले भर में व्यापक पैमाने पर टीकाकरण करना सुनिश्चित करें। ताकि माह दिसम्बर में जिले भर में शतप्रतिशत टीकाकरण कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित किया जा सके।
सिविल सर्जन डॉ सुरेश प्रसाद ने बताया जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के निर्देशानुसार जिले में टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों की सहूलियत के मद्देनजर जिले में कुल 265 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। बहादुरगंज प्रखंड अंतर्गत 42, दिघलबैंक में 34, किशनगंज ग्रामीण में 20, किशनगंज शहरी क्षेत्र में 11, कोचाधामन में 49, पोठिया में 41, टेढ़ागाछ में 24, तथा ठाकुरगंज में 44 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक साइट पर 18+ के कम से कम 200 लोगों को कोरोना रोधी टीका दिया जाना है। जिसके लिए 277 एएनएम, 256 वेरिफायर तथा 102 पर्यवेक्षक तैनात किया गया है।
सभी BDO को मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराए जाने का भी निर्देश दिया गया है। शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए कार्ययोजना के मुताबिक सत्र के आधार पर लाभुकों को चिह्नित करते हुए उन्हें सत्र पर लाने की जिम्मेदारी आशा, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदियों को सौंपी गयी है। इसके लिये उत्प्रेरकों के बीच क्षेत्र का निर्धारण करते हुए प्रति उत्प्रेरक 90 लाभुकों को प्रेरित कर सत्र स्थल पर लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वही डीआईओ डॉ मंजर आलम ने बताया कि रिफ्यूजल वाले इलाकों में लोगों को समझाने के लिये विशेष रिफ्यूजल रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है। इसमें एमओआईसी, बीएचएम सहित सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। प्रखंड स्तर पर आयोजित सत्रों को 05 से 06 भागों में बांटा जायेगा।इसके आधार पर जोनल प्रभारी प्रतिनियुक्त किये जायेंगे। सत्र पर टीका की उपलब्धता व हर दो घंटे पर टीकाकरण से संबंधित रिपोर्ट से प्रभारी चिकित्सा पदाधिाकरी को अवगत कराने के लिये वे जिम्मेदार होंगे। प्रत्येक 05-06 सत्र के आधार पर सेक्टर प्रभारी प्रतिनियुक्त किये गये है। प्रखंड के बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ, बीईओ, बीडब्ल्यूओ, बीएमओ, महिला पर्यवेक्षिका, को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है, टीकाकरण के दौरान क्षेत्र में होने वाले तमाम गतिविधियों पर उनकी नजर रहेगी।
अभियान की निगरानी व अनुश्रवण के लिये प्रखंडवार अधिकारी प्रतिनियुक्त किये गये है। सिविल सर्जन डॉ सुरेश प्रसाद ने बताया कि जिले में कुल 11.18 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें अब तक 8.39 लाख लोगों को टीका की पहली डोज लगायी जा चुकी है। वहीं टीका की दूसरी डोज लेने वालों की संख्या 5.21 लाख है। सिविल सर्जन ने बताया कि प्रथम डोज के टीकाकरण के मामले में जिले की उपलब्धि 74.4 फीसदी के करीब है। वहीं प्रथम डोज की तुलना में 82.3 प्रतिशत लोगों को टीका की दूसरी डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन दुनिया के अन्य देशों के साथ भारत में भी अपना पांव पसारने लगा है। इसे देखते हुए यथाशीघ्र जिले में शतप्रतिशत लोगों का टीकाकरण विभागीय प्राथमिकताओं में शुमार है। इसे लेकर जरूरी पहल की जा रही है।