किशनगंज : जिले में वे-धड़क चल रही है फर्जी नर्सिंगहोम, छापेमारी के बाद सच्चाई आई सामने।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, डीएम श्रीकांत शास्त्री के निर्देश पर शनिवार को शहर में चल रहे हेल्थ केयर सेंटर में जीव चिकित्सा अपशिष्ट का डिस्पोजल नियमानुसार नही किया जा रहा है जिसे लेकर गठित टीम ने कई हेल्थ सेंटर की जांच की जिसके बाद कई नर्सिंग होम के बारे में सच्चाई सामने आई है।
सदस्य सचिव बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद, पटना के पत्रांक 2194 दिनांक 18.08.2022 द्वारा किशनगंज जिले में कुल 66 हेल्थ केयर सेंटर संचालित है जिनके द्वारा जीव चिकित्सा अपशिष्ट का डिस्पोजल नियमानुसार नही किया जा रहा है जिस वजह से इनके विरुद्ध जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली, 2016 के तहत कार्रवाई करने के लिए टीम गठित किया गया था जो इसकी जांच करेगी।
इस टीम के सदस्य नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक कुमार व डीआईओ किशनगंज डॉ देवेंद्र कुमार सहित अन्य टीम में शामिल अन्य लोग मौजूद थे। वही कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद किशनगंज दीपक कुमार ने बताया कि बहुत सारी त्रुटियां पाई गई है बहुतों के पास बायो मेडिकल वेस्ट का सर्टिफिकेट नही था।
और जिनके पास था भी उनके यहां बायो मेडिकल वेस्ट जहां तहां फेंका हुआ मिला। बहुत सारे नर्सिंग होम ऐसा था जिनके पास कॉमर्शियल नक्शा पास नही था, नर्सिंग स्टाफ तो सायद ही कहीं मिला हो शनिवार को 10 नर्सिंगहोम की जांच हुई है जांच के बाद कार्रवाई की जानी है। वही डीआईओ डॉ देवेंद्र कुमार ने बताया कि जो सबिस्टेंडर्ड नर्सिंग होम होंगे या तो वो बंद होंगे या उन्हें पनिशमेंट किया जाएगा।