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कोयल नदी पलामू का श्रृंगार है – नामधारी

नवेंदु मिश्र

मेदनीनगर – पलामू के वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. सुभाषचंद्र मिश्रा जी की पुस्तक “कोयल की धारा” का लोकार्पण स्थानीय जेएमपी कॉम्प्लेक्स में झारखंड के प्रथम विधान सभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी,पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी, पूर्व मेयर अरुणा शंकर और प्रो. केके मिश्रा के कर कमलों से हुआ। लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता प्रो. दयाशंकर श्रीवास्तव ने की जबकि संचालन शिक्षक परशुराम तिवारी ने किया।
लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि इंदर सिंह नामधारी ने कहा कि कोयल नदी पलामू का श्रृंगार है।सुभाष जी मेरे छोटे भाई की तरह हैं इन्होंने अपनी पुस्तक में प्रकृति के सौंदर्य के साथ-साथ इससे जुड़ी समस्याओं को भी दिखाया है।
अध्यक्षता करते हुए प्रो. दया शंकर श्रीवास्तव ने कहा कि रचनाकार ने साहित्य के माध्यम से उन सभी विषयों को उठाया है जिसके लिए पर्यावरणविद संघर्ष करते रहे हैं।साहित्य समाज का दर्पण होता है इसे इस पुस्तक ने चरितार्थ किया है।
पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी ने कहा कि कोयल की धारा देख-देख कर हम बड़े हुए हैं। पलामूवासियों के लिए इसकी पवित्रता गंगा और नर्मदा से कतई कम नहीं है।पुस्तक में कोयल को बाँधने की इच्छा जताई गई है।

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