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किशनगंज : जिले के प्रखंडों में सोमवार से संचालित होगा मिशन इंद्रधनुष का तीसरा चरण

मिशन इंद्रधनुष अभियान की सफलता का लेकर सभी जरूरी तैयारियां पूरी,तीसरे चरण में शहरी इलाकों में 48 व ग्रामीण इलाकों में 793 स्थानों पर होंगे सत्र संचालित, दुर्गम व कम आच्छादन वाले इलाकों में शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराना अभियान का उद्देश्य

किशनगंज, 25 नवंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में मिशन इंद्रधनुष (एमआई) 5.0 अभियान का तीसरा एवं अंतिम चरण सोमवार 27 नवंबर से आयोजित किया जाएगा। मिशन इंद्रधनुष के सफल क्रियान्वयन के लिए जरूरी तैयारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग जिले से लेकर प्रखंडस्तर पर घर घर सर्वे कर ड्यूलिस्ट एवं सर्वे रजिस्टर का पुनरीक्षण, साइट निर्धारण एवं लक्ष्य सहित सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। शनिवार को यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अफजल ने प्रखंड की टीम के साथ अभियान की सफलता से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की है। अभियान के क्रम में लक्षित समूह के शत- प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराने पर बल दिया जा रहा है। गौर करे कि तीन चरण में आयोजित होने वाले मिशन इंद्रधनुष अभियान का पहला एवं दूसरा चरण जिले में सफल रहा है सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि दोनों चरण के अभियान की उपलब्धियों से उत्साहित स्वास्थ्य विभाग पूर्व की कमियों व खामियों को दूर करते हुए तीसरे चरण में अपनी उपलब्धियों को और बेहतर बनाने के प्रयास में जुटा है। अभियान की सफलता को लेकर जिलाधिकारी तुषार सिंगला के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों के बीच कार्य व दायित्वों का निर्धारण किया गया है। प्रखंड स्तर पर एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम को अभियान के पर्यवेक्षण का जिम्मा सौंपा गया है। सभी बीडीओ, एमओआईसी, सीडीपीओ व बीपीएम जीविका को इसके अनुश्रवण की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। अभियान की सफलता को लेकर जिलेभर में सघन जागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. देवेन्द्र कुमार ने बताया कि अभियान के तीसरे चरण में जिले में कुल 841 चिह्नित स्थानों पर टीकाकरण सत्र संचालित किये जायेंगे। किशनगंज शहरी क्षेत्र में कुल 48 सेशन साइट निर्धारित किया गया है। वहीं ग्रामीण इलाकों में कुल 793 साइट निर्धारित हैं। उन्होंने बताया कि विभागीय स्तर से टीकाकरण से वंचितों बच्चे व गर्भवती महिलाओं की ड्यूलिस्ट तैयार की गयी है। इसके मुताबिक दो वर्ष तक के 7 हजार 768 व दो से पांच साल तक के कुल 1 हजार 325 बच्चे यानी कुल 9 हजार 93 लक्षित बच्चों को टीकाकृत किया जाना है। टीकाकरण के लिये कुल लक्षित गर्भवती महिलाओं की संख्या 1423 है। उन्होंने बताया कि अभियान के क्रम में नौ माह से 02 वर्ष तक के 1988 बच्चों को एमआर-1 व 1289 बच्चों को एमआर-2 का टीका लगाया जाना है। वहीं दो से पांच साल तक के 32 बच्चों को एमआर-1 व 72 बच्चों को एमआर-2 का टीका लगाने का का लक्ष्य निर्धारित है। डा. देवेन्द्र कुमार  ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष का संचालन तीन चरणों में किया जाना है। अभियान का पहला चरण एवं दूसरा चरण सफल रहा है। वहीं तीसरा चरण 27 नवंबर 02 दिसंबर के बीच संचालित होगा। अभियान के क्रम में दो साल तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी मिजिल्स, विटामिन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज व बूस्टर ओपीवी का टीका लगाया जायेगा। गर्भवती महिलाओं को अभियान के क्रम में टेटनेस-डिप्थेरिया का टीका लगाया जाना है। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के सभी बच्चे व सभी गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण की पहुंच सुनिश्चित कराना मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम में गर्भवती महिला व पांच वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए टीकाकरण जरूरी है।  अभियान की सफलता को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि टीकाकरण गर्भवती महिला व दो से पांच साल के बच्चों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। इस क्रम में कम आच्छादन वाले क्षेत्र, दुर्गम इलाके व ईंट भट्ठा व निर्माण कार्य में संलग्न मजदूर, प्रवासी व खानाबदोश परिवार के बसावट वाले इलाकों में शत-प्रतिशत टीकाकरण को लेकर विशेष पहल किये जाने की जानकारी उन्होंने दी। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण से वंचित दो से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों व सभी गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण की पहुंच सुनिश्चित कराना मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।

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