*सेपक टकरॉ क्वाड टीम इवेंट में बिहार के लड़कों ने जीता स्वर्ण, लड़कियों को रजत से करना पड़ा संतोष*
मुकेश कुमार/खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में मेज़बान बिहार ने सेपक टकरॉ स्पर्धाओं में अपना दबदबा कायम रखा। लड़कों की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता, जबकि लड़कियों की टीम ने कड़ी टक्कर के बाद रजत पदक हासिल किया। यह मुकाबला गुरुवार को बीएमपी इंडोर हॉल में खेला गया।
लड़कों की टीम, जिसमें साई बरेली केंद्र के दो प्रशिक्षु शामिल थे, ने रोमांचक फाइनल में पारंपरिक दिग्गज मणिपुर को सीधे सेटों में 17-15, 15-11 से हराकर जीत दर्ज की। घरेलू दर्शकों के जोरदार समर्थन के बीच बिहार के खिलाड़ियों ने पहले सेट में जबरदस्त धैर्य दिखाया, जो बेहद करीबी रहा। इसके बाद दूसरे सेट में उन्होंने दबदबे के साथ मुकाबला समाप्त किया।
कोच अमित प्रकाश, जिन्होंने लड़कों को इस जीत तक पहुँचाया, ने कठिन समय में टीम के संयम की तारीफ की। उन्होंने कहा, “वे आज शानदार खेले। जब स्कोर 14-14 था तो मेरी धड़कनें तेज हो गई थीं, लेकिन लड़कों ने शांत रहकर शानदार प्रदर्शन किया।”
प्रकाश ने मणिपुर जैसी मजबूत टीम को हराने के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा,” वे हमेशा सबसे कठिन प्रतिद्वंद्वियों में से होते हैं। अब जबकि हमने उन्हें हराया है, अपेक्षाएं और बढ़ेंगी। हमें अब लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा।”
इसी बीच, बिहार की लड़कियों की टीम, जो पटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की एकमात्र अकादमी में प्रशिक्षित होती है, ने भी सराहनीय प्रदर्शन किया। हालांकि फाइनल में उन्हें मणिपुर से 8-15, 12-15 से हार का सामना करना पड़ा और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
21 वर्षीय कोच स्नेहा वर्मा, जो खुद भी एक सक्रिय खिलाड़ी हैं और आगामी खेेलो इंडिया बीच गेम्स की तैयारी कर रही हैं, ने इस टूर्नामेंट को महत्वपूर्ण सीख की तरह देखा।
उन्होंने कहा, “कोच की कुर्सी पर बैठना एक बिल्कुल अलग अनुभव था। इससे मुझे समझ आया कि एक कोच कैसा महसूस करता है जब खिलाड़ी गलती करता है। मैं इन लड़कियों के साथ खुद ट्रेनिंग कर चुकी हूं, इसलिए हमारा आपसी जुड़ाव बहुत मजबूत है और मैं उनके प्रदर्शन पर गर्व करती हूं।”
परिणाम :
क्वाड टीम फाइनल:
• लड़के: बिहार बनाम मणिपुर — 17-15, 15-11
• लड़कियां: बिहार बनाम मणिपुर — 8-15, 12-15