नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों और सपनों को धरातल पर उतारा – रामनाथ ठाकुर नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ो के कल्याण और उत्थान के लिए असाधारण कार्य किए – उमेश सिंह कुशवाहा
अतिपिछड़ा वर्ग एकजुट होकर नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत बनाए - मदन सहनी नीतीश कुमार ने गरीबों एवं वंचितों को शिक्षा से जोड़ा - शीला मंडल

मुकेश कुमार/मंगलवार को प्रदेश कार्यालय, पटना स्थित कर्पूरी सभागार में जनता दल (यूनाइटेड) अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों एवं संगठन प्रभारियों की एकदिवसीय बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर संगठन को जमीनी स्तर पर और अधिक सशक्त बनाने तथा नीतीश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों को प्रभावी रूप से गांव-गांव तक पहुंचाने की रणनीति पर व्यापक चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व सांसद श्री चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी तथा मंच संचालन श्री शिवशंकर निषाद ने किया।
बैठक को संबोधित करते हुए भारत सरकार के माननीय केंद्रीय मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ा वर्ग की शक्ति को पहचाना और उनके सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक तथा शैक्षणिक उत्थान के लिए उल्लेखनीय कार्य किए। जननायक कर्पूरी ठाकुर की नीतियों से प्रेरित होकर, श्री नीतीश कुमार शोषित और वंचित वर्ग के सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रयासरत हैं। श्री रामनाथ ठाकुर ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम एकजुट होकर जनता दल (यूनाइटेड) को और अधिक मजबूत बनाएं, ताकि विकास और सुशासन की इस यात्रा में कोई बाधा न आए। साथ ही उन्होंने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर का संघर्ष और समर्पण सदैव जनता के हित में रहा है, और आज श्री नीतीश कुमार उन्हीं के सिद्धांतों का अनुसरण करते हुए समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
पार्टी के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि वर्ष 2005 में सत्ता संभालने के बाद माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ा वर्ग के कल्याण और उत्थान के लिए ऐतिहासिक एवं असाधारण कार्य किए हैं। उनके नेतृत्व में वर्ष 2006 में पंचायती राज और वर्ष 2007 में नगर निकाय में अतिपिछड़ों के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया। इसके अलावा, वर्ष 2006 में अतिपिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया गया, जिससे राजनीतिक स्तर पर अतिपिछड़ा वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व प्राप्त हुआ। बिहार सरकार द्वारा पिछड़ा-अतिपिछड़ा कल्याण के लिए आवंटित बजट में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
वर्ष 2008-09 में यह राशि 42 करोड़ 17 लाख 40 हजार रुपये थी, वहीं 2023-24 में बढ़कर 19 अरब 89 करोड़ 5 लाख 17 हजार रुपये हो चुकी है। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि सरकार अतिपिछड़ा वर्ग के सशक्तिकरण और समग्र विकास के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बिना किसी कार्य के झूठा प्रचार करने वालों से सतर्क रहने की आवश्यकता है। हमें न केवल उनकी भ्रामक बातों से बचना है, बल्कि सरकार द्वारा बीते 19 वर्षों में किए गए ऐतिहासिक कार्यों और उपलब्धियों को गांव-गांव, जन-जन तक पहुंचाना भी है।
माननीय मंत्री श्री मदन सहनी ने कहा कि जो लोग आज अतिपिछड़ों के हिमायती होने का दिखावा कर रहे हैं, वे ही पहले इस वर्ग को ‘जिन्न’ कहकर अपमानित करते थे। उन्होंने कहा कि ऐसे दोहरे चरित्र वालों की सच्चाई जनता को समझनी होगी। श्री सहनी ने कहा कि राजद के 15 वर्षों के शासनकाल में 118 से अधिक जातीय नरसंहार हुए, जिससे समाज में भय और असुरक्षा का माहौल बना रहा। उन्होंने कार्यकर्ताओं और जनता से आह्वान किया कि ऐसे तत्वों को किसी भी कीमत पर सत्ता में वापस आने से रोकना होगा, और इसके लिए हमें एकजुट होकर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत बनाना है।
बिहार सरकार की माननीय मंत्री श्रीमती शीला मंडल ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने गरीब और वंचित वर्गों को शिक्षा से जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य किया है। उनकी दूरदर्शी नीतियों का ही परिणाम है कि आज एक आॅटो चालक की बेटी भी बिहार टाॅप कर रही है। यह नीतीश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए सुधारों का जीता-जागता प्रमाण है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अंबेडकर ने जिस समतामूलक और शिक्षित समाज का सपना देखा था, उसे हमारे नेता ने धरातल पर उतारने का कार्य किया है।
अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व सांसद श्री चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी ने कहा कि 2025 में ‘225’ के लक्ष्य को साकार करने हेतु हमें संगठित और सक्रिय होकर कार्य करना होगा। इसके साथ ही, अतिपिछड़ा समाज के कल्याण और उत्थान के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा किए गए कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना हमारी पहली जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के दुष्प्रचार का हमें पुरजोर तरीके से जवाब देना होगा। हमारे नेता के सशक्त नेतृत्व और 19 वर्षों की ऐतिहासिक उपलब्धियों का विपक्ष के पास कोई ठोस जवाब नहीं है।
इस अवसर पर माननीय सांसद श्री अजय मंडल, विधान परिषद में उपनेता एवं पार्टी के कोषाध्यक्ष श्री ललन कुमार सर्राफ, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवगण श्री मनीष वर्मा एवं श्री राजीव रंजन प्रसाद, माननीय विधायकगण श्री भीष्म सहनी एवं श्री विजय सिंह निसाद, पूर्व मंत्री श्री लक्षमेश्वर राय तथा पूर्व सांसद श्रीमती कंशकशा परवीन सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
इस मौके पर पूर्व विधान पार्षद श्री सतीश कुमार, प्रकोष्ठों के प्रभारी प्रो. नवीन आर्य चंद्रवंशी, श्री विद्यासागर निषाद, डाॅ0 धर्मेन्द्र चंद्रवंशी, श्री सीताराम दुखारी, श्री परमहंस कुमार, श्री अनिल कुमार, श्री बंटी चंद्रवंशी, श्री पप्पू सिंह निषाद, श्री अवधेश कुमार सहित अन्य नेतागण एवं पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।