भाषाई मर्यादा खो चुके लालू प्रसाद यादव का बयान उनके मानसिक दीवालिएपन का परिचायक: जद (यू0)।…
मुकेश कुमार/जद (यू0) प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती अंजुम आरा, प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती भारती मेहता और प्रदेश प्रवक्ता सुश्री अनुप्रिया ने महिलाओं को लेकर लालू प्रसाद यादव के बयान की तीखी आलोचना की है और उनके उपर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राजनीति में भाषाई मर्यादा खो चुके लालू प्रसाद यादव मानसिक दिवालिएपन के शिकार हो गए हैं। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को लेकर उनका ताजा बयान को सुनकर ये लगता है कि राजनीति में हाशिए पर पहुंच चुके लालू प्रसाद यादव दीमागी तौर पर भी बीमार हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को लेकर उनका ये बयान राज्य की करोड़ों महिलाओं का घोर अपमान है। महिलाओं के खिलाफ लालू प्रसाद यादव का ये बयान ये दर्शाता है कि वो किस तरह महिलाओं के उत्थान के विरोधी हैं। लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि राजनीति में वैचारिक मतभिन्नता हो सकती है लेकिन लालू प्रसाद यादव का इस तरह से व्यक्तिगत दोषारोपण निहायत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि जिसके परिवार में एक बहू को उसका वाजिब सम्मान और अधिकार तक नहीं मिल सका उससे भला महिलाओं के सम्मान की क्या अपेक्षा की जा सकती है?
पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को लेकर जो बयान दिया है उससे उनका कुंठित व्यक्तित्व ही परिलक्षित होता है। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने सत्ता संभालते ही मिशन मोड पर राज्य की महिलाओं की राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक उत्थान के लिए काम किया और आज उसका परिणाम है कि राज्य में महिलाओं को राजनीतिक तौर पर बड़ी भागीदारी मिली साथ ही साथ उनका सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक तौर पर उत्थान हुआ। लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आरजेडी नेता को अपनी और पत्नी राबड़ी देवी के शासनकाल को भी जरा याद कर लेना चाहिए जब महिलाएं भय के माहौल में जीती थीं और उनका घरों से निकलना तक दूभर था लेकिन आज माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के शासनकाल में महिलाएं शान से जिंदगी गुजार रही हैं और समाज के उत्थान में बड़ी भागीदारी निभा रही हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में आत्म सम्मान की जिंदगी बसर कर रही महिलाएं लालू प्रसाद यादव के बयान कभी स्वीकार नहीं कर सकती हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में वोट की चोट से उसका मुंहतोड़ जवाब देंगी।