सुशील मोदी के ट्वीट से दलितों की भावनाएं आहत हुई है।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:- राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने विधानसभा शताब्दी समारोह में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के अनुपस्थिति पर भाजपा नेता सुशील मोदी द्वारा किए गए ट्वीट को उनके दलित बिरोधी मानसिकता का उपज बताते हुए उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है। अपने दलित बिरोधी सोच और संस्कार की वजह से हीं सुशील मोदी जी जैसे लोग देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठे हुए महान व्यक्तित्व को भी उसके जातीय परिधि से बाहर नहीं देखना चाहते ।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि देश के सर्वोच्च सम्मानित पद को जाती के संकुचित दायरे में बाँध कर सुशील मोदी जी ने न केवल राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का काम किया है बल्कि उनके इस आचरण से दलितों की भावनाएं भी आहत हुई है। वे यैसा महशुश कर रहे हैं कि अपनी योग्यता और कर्मठता के बल पर वे भले हीं शिखर पर पहुंच जायें पर सुशील मोदी जैसे लोग उन्हें उनके पूर्व के सामाजिक दायरे से बाहर नहीं निकलने देंगे और आने वाली पीढियां भी सामाजिक रूप से दलित हीं मानी जायेगी