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प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण में प्रगति की समीक्षा की गई।..

जाति आधारित गणना समयबद्ध, महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य कार्यक्रम; सभी संलग्न पदाधिकारी सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर गणना का कार्य करेंः आयुक्त

जाति आधारित गणना का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता; सभी जिला पदाधिकारी प्रगति की दैनिक समीक्षा करेंः आयुक्त

त्रिलोकी नाथ  प्रसाद:-पटना आयुक्त, पटना प्रमंडल, पटना श्री कुमार रवि ने कहा है कि बिहार जाति आधारित गणना, 2022 का सफल क्रियान्वयन सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी स्टेकहोल्डर्स (हितधारक) सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर इस कार्य का संचालन करें। वे आज आयुक्त कार्यालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में बिहार जाति आधारित गणना, 2022 के द्वितीय चरण में प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। इसमें प्रमंडल अंतर्गत सभी छः जिलों के जिला पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि जिला पदाधिकारी जाति आधारित गणना, 2022 के नोडल पदाधिकारी तथा प्रधान गणना पदाधिकारी हैं। सभी जिलाधिकारी क्षेत्रों का नियमित भ्रमण करें एवं प्रगति का अनुश्रवण करें। प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को भी निरीक्षण पर भेजें। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि जाति आधारित गणना के प्रथम चरण में सभी प्रगणकों, पर्यवेक्षकों, चार्ज ऑफिसर्स सहित सभी पदाधिकारियों ने अच्छा काम किया है। 15 अप्रैल से 15 मई तक द्वितीय चरण की गणना हो रही है। इसमें भी आप सभी सराहनीय ढंग से कार्य करेंगे ऐसी आशा है। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि जाति आधारित गणना एक वृहद एवं महत्वपूर्ण कार्य है। इसकी समयबद्धता, महत्ता एवं अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यों को ससमय एवं सफलतापूर्वक निष्पादन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र इस उद्देश्य हेतु सक्रिय एवं प्रतिबद्ध है।

विदित हो कि पटना जिला में कुल 45 चार्ज, नालन्दा में 35 चार्ज, भोजपुर में 21 चार्ज, बक्सर में 16 चार्ज. सासाराम में 30 चार्ज एवं कैमूर में 16 चार्ज है। गणना खण्ड/उप गणना खण्डों की संख्या पटना में 12741, नालन्दा में 6698, भोजपुर में 6439, बक्सर में 3724, सासाराम में 6229 एवं कैमूर में 3672 है। चार्ज अंतर्गत परिवारों की कुल संख्या पटना में 1369000, नालंदा में 715672, भोजपुर में 628726, बक्सर में 383691, सासाराम में 596028 एवं कैमूर में 365074 है।

गणना की बारीकियों को समझाते हुए आयुक्त श्री रवि ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा जातियों से संबंधित वास्तविक आंकड़े प्राप्त करने के उद्देश्य से बिहार में निवास करने वाली सभी जातियों की गणना का निर्णय लिया गया है। जाति आधारित गणना से लोक कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं तथा कार्यक्रमों को एक नया आयाम मिलेगा। अतः सभी गणना कर्मियों को अपने उत्तरदायित्व को पूरी लगन और सत्यनिष्ठा से निर्धारित समय अवधि में पूर्ण करना होगा।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि द्वितीय चरण का कार्य मोबाइल ऐप, गणना प्रपत्रों एवं पोर्टल के माध्यम से हो रहा है। प्रमंडल अंतर्गत सभी जिलों के जिला पदाधिकारी ने आयुक्त के संज्ञान में गणना के विभिन्न पहलुओं को लाया। आयुक्त को बताया गया कि गणना कर्मियों को सभी पहलुओं, तथ्यों एवं तरीकों की विस्तृत, सारगर्भित एवं गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दी गयी है। प्रशिक्षण में जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण की विषय वस्तु, गणना प्रपत्र एवं प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गयी है। गणना प्रपत्र के प्रश्न एवं विकल्प, जाति एवं कोड की प्रविष्टि, दोहरी प्रविष्टि पर रोक, बिहार जाति आधारित गणना ऐप की जानकारी, ऐप के उपयोग की प्रक्रिया के साथ ऐप का हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण दिया गया है। बिहार जाति आधारित गणना पोर्टल की जानकारी एवं उपयोग की वृहत जानकारी दी गयी है। बिहार जाति आधारित गणना, 2022 के द्वितीय चरण के कार्य हेतु सभी कोषांगों एवं प्रखंडों के वरीय नोडल पदाधिकारियों तथा नोडल पदाधिकारियों, सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, सभी सहायक चार्ज पदाधिकारियों को आवश्यक निदेश दिया गया है। जाति आधारित गणना के व्यावहारिक पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया गया है। आईटी तकनीकी पहलुओं यथा पोर्टल एवं मोबाइल एप के बारे में बताया गया है। दोहरी प्रविष्टिकरण रोकने के लिए अचूक व्यवस्था है। डमी आँकड़ों से दोहरी प्रविष्टि की जाँच की जाएगी।

गणना के हर एक पहलू को सूक्ष्मता से समझाते हुए आयुक्त श्री रवि ने कहा कि द्वितीय चरण में वास्तविक गणना कार्य हो रहा है। सभी सम्बद्ध पदाधिकारियों एवं कर्मियों को जाति आधारित गणना के विभिन्न आयामों एवं अवयवों से पूरी तरह अवगत होना आवश्यक है। सभी चार्ज पदाधिकारी, सहायक चार्ज पदाधिकारी एवं फिल्ड ट्रेनर्स प्रश्नों की प्रकृति सहित सभी बिन्दुओं को अच्छी तरह समझ लें। किसी प्रकार की दुविधा की स्थिति में वरीय अधिकारियों से प्रश्न अवश्य पूछें।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि द्वितीय चरण में मोबाइल ऐप और पोर्टल पर कार्य किया जा रहा है। अतः आई टी सहायक की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। प्रत्येक प्रगणक और पर्यवेक्षक के मोबाइल पर मोबाइल ऐप डाउनलोड रहना है। उनको उपलब्ध कराए गए यूजर आईडी एवं पासवर्ड से लॉगइन किया जाना है।
आयुक्त श्री रवि ने कहा कि द्वितीय चरण के गणना कार्य हेतु सभी गणना कर्मियों, जिन्हें गणना कार्य हेतु नियुक्त किया गया है, अपनी नियुक्ति से संबंधित गणना/उप गणना ब्लॉक की सीमा के भीतर भ्रमण करेंगे एवं उक्त गणना/उप गणना ब्लॉक में आवासित सभी परिवारों से बिहार जाति आधारित गणना प्रपत्र में अधियाचित जानकारी एकत्र करेंगे तथा सभी आवश्यक जानकारियों की प्रविष्टि मोबाइल ऐप के माध्यम से भी करना सुनिश्चित करेंगे। गणना प्रपत्र एवं मोबाइल ऐप में अपेक्षित जानकारी एकत्रित करने के लिए 17 प्रामाणिक मदों के संबंध में गणना/उप गणना ब्लॉक के क्षेत्र में आवास करने वाले सभी परिवारों के सभी व्यक्तियों से पूछकर जानकारी की प्रविष्टि सुनिश्चित की जायेगी।

परिवार के प्रधान का घोषणा पत्र- मैं घोषणा करता/करती हूँ कि मेरे द्वारा पूरे परिवार के संबंध में जो सूचना दी गई है वह मेरे जानकारी और विश्वास में सत्य है और इसमें से किसी सदस्य की गणना अन्यत्र नहीं करायी गई है।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि जाति आधारित गणना से प्राप्त आंकड़ों का भविष्य में व्यापक उपयोग किया जाना है। कार्य-योजना के अनुसार सभी संलग्न पदाधिकारी प्रदत्त दायित्वों का समयबद्ध ढ़ंग निर्वहन सुनिश्चित करेंगे।

इस बैठक में जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी नालन्दा श्री शशांक शुभंकर, जिलाधिकारी भोजपुर श्री राज कुमार, जिलाधिकारी बक्सर श्री अंशुल अग्रवाल, जिलाधिकारी रोहतास श्री धर्मेन्द्र कुमार, जिलाधिकारी कैमूर श्री सावन कुमार, सभी जिलों के उप विकास आयुक्त, आयुक्त के सचिव श्री प्रीतेश्वर प्रसाद, उप निदेशक खाद्य श्री धीरेन्द्र झा, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी डॉ. विद्यानन्द सिंह, सभी जिलों के जिला सांख्यिकी पदाधिकारी एवं अन्य भी उपस्थित थे।

 

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