हत्या के डेढ़ महीने बीत जाने के बाद भी अब तक नहीं की गई पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई।
नहीं मिल सका पीड़ित परिवार को अब तक न्याय ।
मृतक के परिवार के लोग खा रहे हैं दर दर की ठोकरें।
जहां एक तरफ बिहार पुलिस एक मुहीम चला रही है जिसका नाम है आपकी समस्या हमारा समाधान क्या यही है समाधान।..
पटना डेस्क /मामला बिहार के पटना रामकृष्ण नगर का है। आपको बताते चलें की दिनांक 13 मार्च 2024 को सुनील कुमार की हत्या गोली मारकर संचार कॉलोनी रोड नं0 2 रामकृष्ण नगर में कर दी गयी थी लेकिन आवेदन के डेढ़ महीने के बाद भी अपराधियों को पुलिस पकड़ पाने में अभी तक असफल रही है।रामकृष्णा नगर थाना कांड संख्या 222/24 के अनुसंधानकर्ता के द्वारा नीचे लिखित बिन्दुओं पर जांच कराने पर हत्या के कारण और अपराधियों पर से पर्दा उठ जायेगा।आपको बताते चले की सुनील कुमार गांव में रहकर खेती बाड़ी का कार्य करते थे। पुलिस द्वारा मामले की जांच सही ढंग से पड़ताल होगी तो बहुत सारी बात की जानकारी प्राप्त हो सकती थी।
मृतक सुनील कुमार की फ़ाइल फोटो
पर पुलिस की जाँच (कार्यवाही) बहुत धीमी गति में चल रही है यूं कहें की नहीं के बराबर जिसकी वजह से अपराधी आज भी खुलेआम घूम रहे हैं।जब पूरे मामले की जांच पुलिस द्वारा सही ढंग से किया जाए तो नीचे लिखित बिन्दुओं पर मजबूतती से पड़ताल करें और सीसीटीवी फुटेज में हत्या के स्थल या मौजूद प्रत्यक्षदर्शी का स्थान और घटना के बाद भी वहां पर मौजूद रहना और सिर्फ पिस्टल देखने की बात भी हजम नहीं होती है।लगभग डेढ़ महीने के बाद भी अपराधी खुल्लेआम घूम रहे हैं। युं कहें कि पुलिस प्रशासन पुरी पड़ताल को करने में असमर्थ साबित हुई है।अभी भी भय का माहौल बना हुआ है। मृतक के परिवार जन का कहना है कि सुनील कुमार की हत्या के घटना स्थल पर पहले से मौजूद सौरभ सैदानीचक, निखिल तुलसीचीक (खैराटाली), राजेश घटना स्थल के समीप किराना दुकान के मालिक, मिथिलेश पिपरा पर सख्खी से पूछताछ होगा तो बहुत सारी बातें खुलकर सामने आयेगी। पूछने पर इन सभी लोगों की बात में संदिग्धता लगती है और मुझे आशंका है की हत्या की जानकारी को यह लोग छुपा रहे हैं या फिर इस हत्या में यह लोग भी शामिल हैं।
मृतक सुनील कुमार के परिवार की फोटो
प्राथमिकी में इनलोगों को नामजद अभियुक्त के रूप में दर्ज कर कारवाही किया जाये।सीसीटीवी में मौजूद इन चारों प्रत्यक्षदर्शी हत्या की गुत्थी सुलझा सकते हैं।मृतक की पत्नी द्वारा कहा गया की मेरे पति सुनील कुमार की रामकृष्ण नगर में रहने वाली महिला मित्र मीना कुमारी, पति अखिलेश कुमार की पुत्री पायल और अनु भी मेरे पति के हत्या के विषय में अलग-अलग बात को बताती हैं। मीना कुमारी की पुत्री पायल के मित्र प्रिंस कुमार ने उनको फोन करके बताया की सुनील कुमार का हत्या हो गया है। मीना का पति अखिलेश कुमार कुछ और बात बताते हैं। मेरे पति सुनील कुमार से मीना के पति ने लगभग एक लाख 25 हजार रूपये लिया था। जिसमें कुछ पैसा लौटाया है। हत्या के दिन भी हत्या होने के चंद मिनट पहले मींना कुमारी मेरे पति सुनील कुमार से मिली थी। यह बात उसने मेरे परिवार एवं पुलिस को बताया है। मीना कुमारी एवं उनके पति अखिलेश कुमार की बातों में विरोधाभाष लगता है।
fir कोपी की फोटो
अगर प्रिंस से भी सख्ती से पूछताछ होगा तो हत्या की सच्चाई का पता चल सकता है। मीना कुमारी हमारे घर भी आती थी और मेरे पति भी उनके घर जाते थे इस वजह से मीना कुमारी को भी जानकारी है। जो पुलिस को नहीं बताना चाहती हैं जबकि मीना कुमारी इस हत्या की गुत्थी को सुलझा सकती हैं। मुझे शक है कि यह लोग भी बहुत सारी बात पुलिस को नहीं बता रहे हैं।जिससे हत्या का खुलासा हो सकता है। प्राथमिकी में इनलोगों का भी नाम शामिल करके पूछताछ किया जायेगा तो मुझे उम्मीद है की हत्यारे का पता चल जायेगा।मेरे पति सुनील कुमार कृषि (किसान) का कार्य करते थे और कुछ पैसा उधार पर भी लोगों को दिया है जिसकी सूची थी इस आवेदन के साथ संलग्न है। कुछेक ऐसे लोग भी हैं जो स्मैक का सेवन करते हैं। रामकृष्णा नगर स्थित पूजा सिमेंट के नाम से दुकान चलाते हैं। यह साढ़े तीन लाख रूपया लिया था लेकिन हत्या होने के बाद एक दिन भी सहानुभूति के लिए भी नहीं आये। मेरे पति बार-बार मनोज कुमार को पैसा वापस करने के लिए बोलते थे और इस वजह से कई बार मोबाइल पर फोन कर गाली-गलौज तक किया है। संभवत मेरे पति एवं सुनील कुमार के बीच मारपीट भी हुआ था। पैसा नहीं लौटाने की नियत से यह भी घटना को अंजाम दे और दिलवा सकते हैं।
ऐसी आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।मृतक के भाई के द्वारा अपने भाई सुनील कुमार के हत्या के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधिकारियों के पास बार बार गुहार लगाया जा रहा है तथा स्थानीय स्तर पर जानने की कोशिश की जा रही हैं जिसकी वजह से भय का माहौल बना हुआ है कि अपराधी कहीं इनलोगों को भी टारगेट न कर ले। कई लोग पैसा नहीं लौटाने की नियत की वजह से कुछ भी घटना को अंजाम दिलवा सकते हैं तथा घटना स्थल पर मौजूद लोगो से भी भय का माहौल है।
पुलिस की सक्रियता नहीं रहने की वजह से अपराधी खुल्लेआम घूम रहे हैं और कोई भी घटना को अंजाम दे और दिलवा सकते हैं जिसकी सूचना महामहिम राज्यपाल, बिहार, पटना, माननीय मुख्यमंत्री, बिहार, पटना मुख्य सचिव, बिहार सरकार, पटना, पुलिस महानिदेशक, बिहार पुलिस, पटना, अध्यक्ष, मानवाधिकार आयोग, बिहार पटना, अध्यक्ष, बिहार विधानसभा, पटना सभापति, बिहार विधान परिषद्, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा, पटना ५२. माननीय सांसद, पटना संसदीय लोकसभा क्षेत्र, पटना. माननीय विधायक, फतुहा विधानसभा, पटना सहित मृतक के परिजनों द्वारा कई आला अधिकारियों को दी गई है फिर भी अब तक नहीं की गई कोई कार्रवाई, प्रशासन के कान में जु तक नहीं रेंग रही है। क्यों न कहे की बिहार पुलिस की बातें हवा हवाई साबित हो रही है और अपराधी अपराध पर अपराध किये जा रहे हैं।अब सवाल उठता है कि आखिरकार पुलिस अपराधियों तक क्यों नहीं पहुंच पा रही है? क्या अपराधी स्थानीय थे? कहीं बाहरी शार्प शूटर का इस्तेमाल तो नहीं हुआ है? कौन हो सकता है हत्या के पीछे? जमीनी विवाद या फिर पैसे का लेन देन? हो सकता है पुलिस के मुखबिर भी इस मामले पर पर्दा डाल रहे हों? शेखपुरा, पिपरा और सैदानीचक में भी असामाजिक तत्वों का जमावड़ा है और तो और स्मैक का भी वर्चस्व इस क्षेत्र में हावी है। पुलिस अगर मृतक सुनील कुमार की पत्नी के दिये आवेदन की सही ढंग से पड़ताल करेगी तो हत्था की गुत्थी सुलझ जाएगी।
वही दुसरी तरफ पटना रामकृष्ण नगर थाना प्रभारी से केवल सच टीम की बात हुई तो थाना प्रभारी कृष्ण चन्द्र भारती ने बताया कि सुनील हत्याकांड में कार्रवाई चल रही है तथा जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी की जाएगी। फिलहाल अभी तक किसी भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं की हुई है।
वही DSP से दूरभाष के माध्यम से बात करने का प्रयास किया गया तो संपर्क नही हो पाया।