सोनू यादव/हिलसा (नालंदा):- पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सह सह नालंदा न्याय मंडल के निरीक्षी न्यायाधीश अनिल कुमार सिन्हा शनिवार को हिलसा व्यवहार न्यायालय के न्यायिक कार्यवाही का बारीकी से निरीक्षण किया।इसके बाद उन्होंने कोर्ट परिषर में बने ई -सेवा केंद्र का उद्घाटन किया। बाद में अधिवक्ताओं के आमंत्रण पर वे अधिवक्ता संघ भवन पहुचे जहाँ अधिवक्ताओं ने उन्हें मोमेंट देकर भव्य स्वागत किया।उन्होंने अधिवक्ताओं की समस्याओं को सुनी और निदान करने का आश्वासन दी। इससे पहले उन्हें पुलिस के जवानों ने गार्ड आफ आर्नर दिया।उन्होंने न्यायलय के विभिन्न कोर्ट में जाकर न्यायिक कारवाही से सम्बंधित फाइलों को बारीकी से अवलोकन कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया।इसके बाद उन्होंने कोर्ट में न्यायिक कार्यो की समीक्षा करने के साथ साथ व्यवस्था व सुरक्षा का जायजा लिया। उन्होंने हिलसा कोर्ट के न्यायधीशों के साथ भी बैठक कर कोर्ट की वर्तमान न्याययिक कार्यो की समीक्षा की और वस्तुस्थिति से अवगत हुए तथा लंबित मामलों के निष्पादन कार्य मे तेजी लाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का काम डिजिटल माध्यम से किया जा रहा है।अब सिविल कोर्ट को भी डिजिटल सेवा से जोड़ने प्रयास किया जा रहा है। कोर्ट परिषर में ई -सेवा केंद्र शुरू होने से लोग अपने मुकदमे की हाल आसानी से जान सकेंगे।अधिवक्ता व पक्षकार अपने मुकदमे की जानकारी या आदेश या फैसलों की कॉपी भी दी जाएगी। इसके अलावा शिकायत पेटी एव चिकित्सीय सुविधा एवं कैंटिंग भी कोर्ट परिषर में प्रबंध जल्द ही कराया जाएगा। इस मौके पर जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश हसमुद्दीन अंसारी ,अनुमंडलीय विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं अपर न्यायाधीश अजीत कुमार सिंह एवं विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी शोभना स्वेतांकी, न्यायाधीश दीपक कुमार यादव,आशीष नारायण,सरोज कुमार, निशांत रंजन, दिव्येश कुमार, देव प्रिय कुमार, अमित कुमार पाण्डेय, विक्रम आदित्य, एसडीओ प्रवीण कुमार, डीएसपी सुमित कुमार,बार काउंसलिंग के अध्यक्ष सतीश कुमार सिंह, सचिव युगल प्रसाद,अधिवक्ता आर्यन आर्क आदि मौजूद रहे।
वकीलों की समस्या सुन समाधान का दिया आश्वासन
पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सह नालंदा के इंस्पेक्टिंग जज अनिल कुमार सिन्हा बार एसोसिएशन में जाकर वकीलों के साथ बैठक किया, वकीलों की समस्या को सुना और समाधान करने का आश्वासन दिया। अधिवक्ताओं ने अपनी पुरानी मांगों को एक बार पुनः निरीक्षी न्यायाधीश के समक्ष रखा। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सतीश कुमार सिन्हा ने कहा कि हिलसा में मद्य निषेध अधिनियम, पॉक्सो एक्ट, एसी एसटी , परिवार न्यायलय बिहारशरीफ में अवस्थित है जिससे पक्षकारों को हिलसा अनुमंण्डल के तहत अवस्थित दूर दराज के गांवों से बिहारशरीफ मुकदमे के निष्पादन हेतु लोगो को आर्थिक एव मानसिक तौर पर शोषण होना पड़ता है।बिहारशरीफ की दूरी लगभग 60 किलोमीटर है।जिससे लोगो को काफी परेशानी और आर्थिक दोहन होता है।इसके पूर्व में भी इसकी मांग रखी गयी थी लेकिन अबतक मांग पूरा नही किया जा सका।
अगर यह न्यायालय हिलसा में स्थापित हो जाए तो लोगो को परेशानी कम होने के साथ आर्थिक बचत होगा।इनके मांग पर निरीक्षी जज ने विचार कर पूरा कर का भरोसा दिया।इस दौरान कोर्ट परिषर में उन्होंने कई फलदार पौधे लगाकर लोगो के बीच पर्यावरण का संदेश दिया।