राजद नेताओं की अमर्यादित भाषा उनकी हताशा और निराशा को उजागर करता है- श्रवण कुमार।…
जातीय गणना नीतीश कुमार का आइडिया था, राजद ने 15 वर्षों तक इसको लटकाए रखा: जयंत राज
वित्त रहित स्कूलों के अनुदान का बकाया राशि जल्द भुगतान किया जाएगा: सुनील कुमार
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/पटना/बुधवार को जद(यू0) प्रदेश कार्यालय, पटना में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में बिहार सरकार के माननीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार, माननीय भवन निर्माण मंत्री श्री जयंत राज और माननीय शिक्षा मंत्री श्री सुनील कुमार ने प्रदेश के विभिन्न जिलों से पहुंचे आमजनों की समस्याओं से रूबरू हुए एवं उनके त्वरित निष्पादन हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर माननीय विधायक श्री सुधांशु शेखर, पूर्व सांसद श्री चन्देश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, प्रदेश महासचिव श्री अरुण कुमार सिंह एवं पार्टी के वरीय नेता प्रो0 नवीन आर्या चंद्रवंशी मौजूद रहे।
इस दौरान बिहार सरकार के माननीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार ने कहा कि राजद नेताओं की निम्न स्तरीय भाषा उनकी हताशा और निराशा को उजागर करता है। अमर्यादित शब्दों के इस्तेमाल की वजह से ही राजद का राजनीतिक ग्राफ लगातार नीचे गिर रहा है और आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में राजद महज 10 सीटों के अंदर सिमट जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि राजद की बैठक का कोई राजनीतिक असर नहीं होगा। बिहार की जनता जागरूक हो चुकी है और राजद के हर खेल को बखूबी समझती है। श्री श्रवण कुमार ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष का नदारद रहना यह बताता है कि आम जनता के प्रति राजद कितना गंभीर है।
बिहार सरकार के माननीय भवन निर्माण मंत्री श्री जयंत राज ने कहा कि बिहार में जातीय गणना कराना माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का आइडिया था। 15 वर्षों तक बिहार में राजद का शासन रहा लेकिन उन्होंने कभी
इसकी पहल नहीं की और आज झूठा श्रेय लेने के लिए व्याकुल हो रहे हैं। श्री जयंत राज ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की आभार यात्रा से आम जनता को कोई लेनादेना नहीं है और न ही इसका कोई राजनीतिक फायदा राजद को होने वाला है।
बिहार सरकार के माननीय शिक्षा मंत्री श्री सुनील कुमार ने बताया कि हमलोगों ने निर्णय लिया है कि वित्त रहित स्कूलों के अनुदान का बकाया राशि बहुत जल्द भुगतान किया जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि अगर कहीं बाढ़ या भारी जलजमाव जैसी स्थिति उत्पन्न होती है तो संबंधित जिला अधिकारी विद्यालयों को तत्काल बंद करने का निर्णय ले सकते हैं, पटना सहित कई अन्य जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कई स्कूलों को बंद भी किया गया है। डोमिसाइल नीति के संबंध में उन्होंने कहा कि फिलहाल इस नीति में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।