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हाईकोर्ट की टिप्पणी से समझा जा सकता है कि शराबबंदी अपने उद्देश्यों से भटक गया है, जिसमें सबसे अधिक अतिपिछड़ा और दलित समाज के लोगों की गिरफ्तारी हो रही है:- नेता प्रतिपक्ष

पासी समाज को ताड़ी के नाम पर राज्य सरकार प्रताडि़त करना बंद करे:- तेजस्वी प्रसाद यादव।..

मुकेश कुमार/नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने राजद कार्यालय के कर्पूरी सभागार में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में सौ प्रतिशत डोमिसाइल लागू किया जायेगा। इन्होंने कहा कि नौजवानों को प्रतियोगिता परीक्षा फार्म भरने के समय उनसे फीस नहीं लिया जायेगा और परिक्षार्थियों को परीक्षा सेंटर पर आने-जाने के लिए किराया के साथ-साथ उनके ठहरने की सुविधा भी सरकार की ओर से प्रदान की जायेगी।

इन्होंने कहा कि बिहार दौरे के क्रम में बक्सर से लौटते समय बिहिया में किसान, मजदूर से मिलने का मौका मिला। इसी क्रम में पासी समाज के लोग और नेता भी हमसे मिले और उन्होंने बताया कि उनके आय का एक मात्र साधन ताड़ी से होने वाली आय थी उसे भी वर्तमान सरकार ने रोक दिया है, जिसके कारण भुखमरी की स्थिति हो गई है। इन्होंने कहा कि वर्तमान में सरकार ने ताड़ी की जगह नीरा योजना शुरू की थी लेकिन वो पूरी तरह से कारगर नहीं रहा और पूरी तरह से फ्लाॅप हो गया। जहां पुलिस ताड़ी के नाम पर पासी समाज के लोगों को तंग करती है वहीं उनको सामाजिक, आर्थिक तौर पर प्रताड़ना भी झेलना पड़ रहा है। पासी समाज के लोगों ने बताया कि ताड़ी नेचुरल पदार्थ है लेकिन उसको हमारी आय के स्त्रोत से अलग कर दिया गया है, जिससे कहीं न कहीं मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ना का शिकार भी हो रहे हैं।

इन्होंने आगे कहा कि महागठबंधन सरकार बनने पर पासी समाज के लिए ताड़ी को 2016 के अधिनियम से अलग कर दिया जायेगा। समाज के लोगों को राहत दी जायेगी। सभी को पता है कि लालू जी ने पासी समाज के हित में ताड़ी को टैक्स फ्री किया था और इससे लोगों को राहत मिली थी।
तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार में महागठबंधन सरकार के समय हमलोगों के दबाव के बाद ही बिहार में 30 जनवरी, 2016 को शराबबंदी महात्मा गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर लागू किया गया था। लेकिन आज शराब बंदी की स्थिति क्या है यह पटना हाईकोर्ट के टिप्पणी से समझा जा सकता है, जिसमें कहा गया है कि शराबबंदी अपने उद्देश्यों से भटक गया है और पुलिस शराब तस्कर से मिलकर कहीं न कहीं माफियाओं को फायदा पहुंचा रहे हैं, बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है। हमलोग किसी भी तरह के नशा के खिलाफ हैं लेकिन सरकार का कार्य कैसा चल रहा है यह इससे ही समझा जा सकता है कि शराबबंदी लागू होने के बाद बिहार में लगभग 13 लाख लोगों की गिरफ्तारी की गई जिसमें 99 प्रतिशत अतिपिछड़ा और दलित समाज के लोग हैं और इस मामले में सबसे अधिक प्रताडि़त पासी समाज के लोग हो रहे हैं। बिहार में शराबबंदी के बाद आठ लाख तैंतालीस हजार नौ सौ लोगों पर मामले दर्ज हुए है। जहां हर महीने 12800 लोगों की गिरफ्तारी हो रही है वहीं प्रतिदिन करीब 426 लोग गिरफ्तार हो रहे हैं।
इन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद भी बिहार में जहरीली शराब से दो हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है और सरकार के स्तर से कोई मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है। इन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाया जायेगा और ताड़ी को 2016 के अधिनियम से अलग करके पासी समाज के लोगों को राहत दी जायेगी।
इस अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री उदय नारायण चैधरी, सांसद श्री संजय यादव, श्री के0 डी0 सिंह, राष्ट्रीय महासचिव श्री भोला यादव, सैयद फैसल अली, बीनू यादव, प्रदेश प्रधान महासचिव श्री रणविजय साहू, प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता श्री शक्ति सिंह यादव, पूर्व विधायक श्रीमती पे्रमा चैधरी, विधान पार्षद मो0 कारी सोहैब, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, चितरंजन गगन, ऋषि मिश्रा, सारिका पासवान, मधु मंजरी, अरूण कुमार यादव, प्रमोद कुमार सिन्हा, महिला प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्रीमती रीतू जायसवाल सहित अन्य गणमान्य नेतागण उपस्थित थे।

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